दोबारा कसने हैं 1.30 लाख नट-बोल्ट, बढ़ी एक माह की डेडलाइन
नौ दिन चले अढ़ाई कोस। यह मुहावरा निर्माणाधीन जगराओं रेलवे पुल पर सटीक बैठता है।
डीएल डॉन, लुधियाना
नौ दिन चले अढ़ाई कोस। यह मुहावरा निर्माणाधीन जगराओं रेलवे पुल पर सटीक बैठता है। अभी तक खबर थी कि 26 जनवरी तक रेलवे अपना काम करने के बाद पुल निगम को सुपुर्द कर देगा, लेकिन ताजा जानकारियों के अनुसार अब भी रेलवे को पुल पर एक माह का समय लग जाएगा। इसके लिए कांट्रेक्टर की डेडलाइन को जनवरी से बढ़ा कर फरवरी के अंत तक कर दिया गया है। अफसरों की मानें तो ऊपरी कामों में ज्यादा समय लग रहा है। पुल के ढांचे को दोनों पिलर पर रखने का काम जारी है। उसके बाद पुल में लगे एक लाख 30 हजार नट-बोल्ट को दोबारा टाइट किया जाएगा। इंजीनियरों का कहना है कि पुल के सभी मानकों को पूरा करने के बाद ही यह निगम को सुपुर्द किया जाएगा। उसके बाद निगम अपना काम शुरू करेगा, जिसमें तकरीबन दो माह और लग जाएंगे। मंगलवार शाम तक पुल पर 40 प्रतिशत शटरिग का काम पूरा हो गया था। पांच बार बढ़ चुकी है डेडलाइन
जगराओं रेल पुल का निर्माण करते हुए तीन वर्ष हो गए हैं, जिसमें कांट्रेक्टर की अब तक पांच बार डेडलाइन बढ़ाई जा चुकी है। समय पर पुल तैयार नहीं होने से कांट्रेक्टर से तीन बार स्पष्टीकरण भी मांगा जा चुका है। दस दिन रोका गया ट्रैफिक
दिसंबर में करीब दस दिन तक ट्रैफिक रोककर पुल के काम को आगे बढ़ाया गया। इस दौरान पुल के ढांचे को जैक पर रखा गया। शटरिग के उपरांत पुल को दोनों पिलर पर उतारा जाएगा। इंजीनियर गुरदीप सिंह के मुताबिक पुल को पिलर पर रखने के लिए गार्डर लगाया जाएगा। पुल निर्माण में दी जाएगी ट्रैक ब्लॉक की मंजूरी
फिरोजपुर रेल मंडल के ट्रैफिक इंस्पेक्टर आरके शर्मा ने बताया कि पुल पर काम पूरा करने के लिए अगर कांट्रेक्टर ट्रैक ब्लॉक मांगेगा तो दिया जाएगा, लेकिन अब पुल बनाने में हद से ज्यादा देरी हो चुकी है। विभाग के सीनियर अधिकारी परेशान हैं। बिट्टू बोले, दौरा कर जानेंगे क्यों हो रही है इतनी देरी
मामले को लेकर सांसद रवनीत सिंह बिट्टू भी लगातार अफसरों के संपर्क में हैं। उनका कहना है कि एक छोटे से पुल बनाने में रेलवे की मनमानी और लापरवाही सामने आ चुकी है। लोकसभा में रेल मंत्री के समक्ष मामला उठाने के बाद भी पुल में इतनी देरी, पंजाब के साथ भेदभाव स्पष्ट हो रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही वे मौके का दौरा कर जानेंगे कि क्या समस्या है जो पुल तैयार नहीं हो पा रहा।