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गोल्डन पीरियड के गानों से सजी किशोर कुमार नाइट

गोल्डन पीरियड के गानों का दौर चला तो लुधियानवी वंस मोर वंस मोर करते दिखे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 08 Mar 2020 06:30 AM (IST)Updated: Sun, 08 Mar 2020 06:30 AM (IST)
गोल्डन पीरियड के गानों से सजी किशोर कुमार नाइट
गोल्डन पीरियड के गानों से सजी किशोर कुमार नाइट

जासं, लुधियाना : गोल्डन पीरियड के गानों का दौर चला तो लुधियानवी वंस मोर, वंस मोर करते दिखे। ऐसा माहौल तब बना जब प्रख्यात गायक किशोर कुमार के बेटे गायक अमित किशोर कुमार ने अपनी गायकी से जादू बिखेरा।

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मौका रहा शनिवार को नेहरू सिद्धांत केंद्र ट्रस्ट की ओर से पांडे ऑडिटोरियम में करवाए गए किशोर कुमार नाइट का। अमित किशोर कुमार ने इस दौरान अपने स्वर्गीय पिता किशोर कुमार के गीत प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के बतौर मेहमान बॉलीवुड अभिनेता धर्मेद्र मौजूद हुए। इस दौरान नेहरू सिद्धांत ट्रस्ट ने उन्हें नूर-ए-साहिर अवार्ड से नवाजा। अमित किशोर कुमार ने इस मौके पर अपने लिखे गीतों, पिता किशोर कुमार के गाए गीतों की झड़ी लगा दी।

मंच पर जैसे ही अमित किशोर कुमार गीत पेश करने पहुंचे तो उन्होंने 'इस तरह आशकी का असर छोड़ जाउंगा' गीत गाया। इसके बाद खुद का लिखा गीत 'रोज-रोज आंखों तले एक ही सपना चले' प्रस्तुत किया। फिर गीतों का कारवां चलता गया। पल-पल दिल के पास तुम रहते हो, रफता-रफता आंखें मेरी लड़ी हैं, मेरे महबूब गीत आदि पेश किए। लुधियानवियों की फरमाइश पर उन्होंने 'आ चल के तुझे मैं ले चलूं इक ऐसे गगन तले,' 'एक मैं और एक तूं दोनों मिले इस तरह' गीत सुनाया। फिर ऑडिटोरियम में मौजूद दर्शकों की परफाइश पर अमित ने 'इक चतुर नार कर के सिगार' गीत भी सुनाया। इस दौरान बॉलीवुड गायक जतिन पंडित के बेटे राहुल पंडित भी मौजूद हुए। राहुल ने 'बचना ए हसीनो लो मैं आ गया', 'अपनी तो जैसे-तैसे' गीत सुनाया। धर्मेद्र बोले, मैं तुम में हमेशा किशोर देखता हूं

अमित किशोर कुमार जैसे ही गीत गाने के बाद बॉलीवुड अभिनेता धर्मेद्र से आशीर्वाद लेने आए तो धर्मेद्र ने कहा कि मैं तुम में हमेशा किशोर देखता हूं। इस दौरान अमित किशोर कुमार ने अभिनेता धर्मेद्र का पैर छूकर आशीर्वाद लिया। नेहरू सिद्धांत ट्रस्ट के अध्यक्ष राकेश भारती मित्तल की फरमाइश पर मौजूद गायिका अभिजीता ने 'आपकी नजरों ने समझा प्यार के काबिल मुझे' गीत प्रस्तुत किया। अभिजीता और अमित ने डुएट गीत 'गाता रहे मेरा दिल तू ही मेरी मंजिल' भी पेश किया। 1969 के बाद अब आया पंजाब : अमित किशोर

सुरों के जादूगर अमित ने बातचीत के दौरान कहा कि वह 1969 में पिता किशोर कुमार के साथ पंजाब आए थे तब अमृतसर के श्री हरिमंदिर साहिब गए थे। उसके बाद दूसरी बार आज पंजाब आए हैं। पंजाब के गायकों के बारे वह बोले कि वे टैलेंट से भरपूर है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उन्हें हर किस्म के गाने पसंद हैं पर 'दुखी मन मेरे' गीत उनके दिल के बहुत करीब है। गायकी के बारे वह बोले कि गाना जितना सीधा होगा, उतना लोगों के दिलों को छूने वाला होगा।


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