बुड्ढा दरिया की सफाई में सरकार के पांच पैसे भी नहीं होंगे खर्च, उद्यमियों ने तैयार की प्रोजेक्ट रिपोर्ट Ludhiana News
अब शहर के उद्यमियों ने भी अपने स्तर पर दरिया को साफ करने के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करवाई है। इसमें पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड पर दरिया को साफ करने का दावा किया है।
लुधियाना, जेएनएन। बुड्ढा दरिया को साफ करने के लिए नेताओं से लेकर औद्योगिक संगठन सभी अपने-अपने स्तर पर प्रोजेक्ट तैयार करवा रहे हैं। मंत्री व विधायक पहले दावा कर चुके हैं कि दरिया को साफ करवाने के लिए वह डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करवा चुके हैं और इसे सीएम की मंजूरी मिलनी बाकी है।
अब शहर के उद्यमियों ने भी अपने स्तर पर दरिया को साफ करने के लिए एक डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करवाई है। जिसके तहत पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड पर दरिया को साफ करने का दावा किया जा रहा है। कंपनी ने इसके लिए उद्यमियों को 2500 करोड़ रुपये की डीपीआर तैयार करके दी है। बहादुर के रोड टैक्सटाइल एवं निटवियर एसोसिएशन ने यह डीपीआर मुख्यमंत्री द्वारा बनाई गई टास्क फोर्स के प्रमुख सतगुरु ठाकुर उदय सिंह को सौंप दी। एसोसिएशन ने साफ किया यह प्रोजेक्ट सीधे तौर पर पीपीपी मोड पर होगा और इसमें सरकार को पांच पैसे भी खर्च नहीं करने पड़ेंगे। जिसके बाद ठाकुर उदय सिंह ने उद्यमियों को भरोसा दिलाया कि वह इस डीपीआर को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर के सामने रखेंगे। उद्यमियों ने कहा कि सरकार चाहे किसी भी कंपनी से इस डीपीआर के हिसाब से काम करवा सकती है।
पार्किंग की भी होगी व्यवस्था
दूसरी स्लैब पर 12 फुट की ऊंचाई पर एक आरसीसी स्लैब और डाली जाएगी जो कि 80 फुट चौड़ी और 11 किलोमीटर लंबी होगी, जिस पर पार्किंग बनेगी। पार्किंग पर 15-15 फुट ऊंचाई के दो और आरसीसी स्लैब डाले जाएंगे, जिनमें कांप्लेक्स, रेजीडेंस, कॉमर्शियल, अस्पताल व अन्य सुविधाएं होंगी। सबसे ऊपर छत जो कि तकरीबन 80 फुट चौड़ी और 11 किमी लंबी होगी। उस पर सैर कर सकेंगे। जहां पर चुंगी की हद खत्म होगी, वहां पर 1350 एमएलडी क्षमता का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगेगा। जो तीन इंडस्ट्रियल सीईटीपी लगने जा रहे हैं उनके ट्रीटेड पानी को ले जाने के लिए इसके बीच में ही अलग से व्यवस्था होगी।
सरकार मंजूरी देती है तो कंपनी शुरू करेगी काम
तरूण जैन बावा ने कहा कि अगर सरकार इस प्रोजेक्ट को मंजूरी देती है तो उक्त कंपनी इस पर काम करने को तैयार है। जैन ने कहा कि सरकार जो एसटीपी लगाने की बात कर रही है उसमें अफसर बड़ा घोटाला करने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि एसटीपी बनाने का खर्च एक करोड़ रुपये प्रति एमएलडी आता है। सरकार अब जो 235 एमएलडी पानी के लिए एसटीपी बना रही है अफसरों ने उसका एस्टीमेट 650 करोड़ रुपये का तैयार किया है। जबकि यह 235 करोड़ रुपये का होना चाहिए था।
डीपीआर की खास बातें
एसोसिएशन के प्रधान तरूण जैन बावा ने बताया कि यह डीपीआर मुंबई की कंपनी स्टो मामा इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड ने तैयार की है। यह कंपनी बिडला ग्रुप की है। बुड्ढा दरिया निगम की हद में करीब 17 किमी लंबा है और तकरीबन 100 से 150 फुट चौड़ा है। डीपीआर के अनुसार दरिया को 15 फुट गहरा और 80 फुट चौड़ा किया जाना है और उसके बाद उसके ऊपर आरसीसी स्लैब डालकर ढक दिया जाएगा। इसकी 2500 एमएलडी पानी निकलने की क्षमता होगी। इस पर 80 फुट चौड़ी सड़क बन जाएगी।
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