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पुलिस की मिलीभगत से सतलुज दरिया से सटे इलाकों में धड़ल्ले से हो रही अवैध माइनिंग

स्थानीय पुलिस की मिलीभगत कहें या लापरवाही तभी तो अवैध माइनिंग करने वाले हर बार फरार हो जाते हैं। सतलुज दरिया से सटे इलाकों में रेत माफिया आए दिन रेत की चोरी कर रहा है।

By Edited By: Published: Sat, 29 Aug 2020 05:45 AM (IST)Updated: Sat, 29 Aug 2020 10:04 AM (IST)
पुलिस की मिलीभगत से सतलुज दरिया से सटे इलाकों में धड़ल्ले से हो रही अवैध माइनिंग

लुधियाना, राजन कैंथ। हाई कोर्ट ने सेशन जज और डीसी लुधियाना को रेत की खड्डों की जांच करने के निर्देश दे रखे हैं। वहीं, स्थानीय पुलिस की मिलीभगत कहें या लापरवाही, तभी तो अवैध माइनिंग करने वाले हर बार फरार हो जाते हैं। सतलुज दरिया से सटे इलाकों में रेत माफिया आए दिन रेत की चोरी कर रहा है। सेटिंग होने के कारण पुलिस कार्रवाई नहीं करती मगर जब कभी किसी दबाव या ऊपरी निर्देश के कारण माफिया के किसी व्यक्ति पर एक्शन लेना पड़े तो कागजों में केवल रेत से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली या मशीनरी की बरामदगी दिखाकर खानापूर्ति कर दी जाती है। क्योंकि, इन वाहनों व मशीनों को चलाने वाले को गिरफ्तार नहीं किया जाता।

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अब सवाल यह उठता है कि क्या हर बार रेड के दौरान माफिया के लोग फरार हो जाते हैं या उन्हें योजनाबद्ध तरीके से भागने दिया जाता है। आठ जुलाई से 26 अगस्त तक पुलिस की कागजी कार्रवाई में ऐसा ही कुछ नजर आ रहा है। आठ बार दबिश देने के दौरान किसी भी आरोपित को गिरफ्तार तो नहीं किया पर खानापूर्ति के लिए सिर्फ वाहनों को बरामद कर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किए। 30 जून को हाई कोर्ट ने लुधियाना सेशन जज व डीसी को अवैध रूप से चल रही माइनिंग संबंधी जांच करके रिपोर्ट भेजने के लिए निर्देश जारी किए थे।

जुलाई से सितंबर तक पूरे राज्य में वैध माइनिंग पर भी प्रतिबंध होता है। इसके चलते स्थानीय पुलिस को भी निर्देश दिए थे कि जिले में कहीं भी अवैध माइनिंग नजर आने पर कार्रवाई की जाए। इसके बावजूद पुलिस ने इन निर्देशों को हलके में लिया। फाइलें भरने के लिए कई जगहों पर रेत माफिया के सिर्फ वाहनों व मशीनों को कब्जे में ले लिया मगर आरोपितों को पकड़ने की कोशिश नहीं की।

केस आठ पर कोई आरोपित नहीं गिरफ्तार

8 जुलाई - कूमकलां के गांव शालू भैणी में पुलिस की दबिश। रेत माफिया के लोग पोकलेन और ट्रैक्टर छोड़कर फरार हो गए।

13 जुलाई - हैबोवाल के बचन सिंह मार्ग पर पुलिस को देख दो लोग रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली छोड़ फरार हो गए। 7 अगस्त - गांव हादीवाल बांध पर रतनावां के रविंदर राजू व बैरसीयां (नवांशहर) वासी बिट्टू ट्रैक्टर-ट्रॉली छोड़कर फरार हो गए।

12 अगस्त - गांव कुतबेवाल सतलुज बांध में रेत माफिया के दो लोग बिना नंबर स्वराज ट्रैक्टर-ट्रॉली छोड़ भाग गए।

19 अगस्त - मेहरबान पुलिस की रेड देख गांव माछीयां का सिमरनजीत सिंह दो अज्ञात साथियों समेत रेत से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली छोड़कर रफूचक्कर हो गया।

27 अगस्त - थाना कूमकलां पुलिस की गांव संघा में दबिश देख गांव कटाणी कलां का गुरविंदर सिंह साथी समेत जेसीबी मशीन छोड़ निकला।

22 अगस्त - थाना सलेम टाबरी पुलिस की नाकाबंदी देख गांव कुतबेवाल का कश्मीरा सिंह रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली छोड़कर फरार हो गया।

26 अगस्त - थाना कूमकलां पुलिस की गांव मंड चौता में दबिश देख गांव गुज्जरवाल का बिंट्टू राम रेत से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली छोड़ फरार हो गया।

माइनिंग टीम को देख ट्रैक्टर ट्रॉली छोड़ भागा

लुधियाना : गांव लादियां कलां में माइनिंग टीम की नाकाबंदी को देखकर रेत माफिया का व्यक्ति रेत से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली छोड़कर भाग गया। थाना हैबोवाल पुलिस ने वाहन को कब्जे में लेकर अज्ञात चालक के खिलाफ केस दर्ज किया। एएसआइ सुखविंदर सिंह को माइनिंग विभाग के जेई मनप्रीत सिंह ने बताया कि 26-27 की रात एक बजे टीम सर्विलांस पर गांव लादियां कलां में थी। इसी दौरान सामने से आ रहा व्यक्ति ट्रैक्टर ट्रॉली छोड़कर फरार हो गया।

जांच कराई जाएगी कि अब तक कितनी जगहों पर पुलिस की ओर से कार्रवाई की गई। वहां से कितने लोग भागे और पकड़े क्यों नहीं गए। इसमें जिस किसी की लापरवाही सामने आएगी, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

राकेश अग्रवाल, पुलिस कमिश्नर


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