सामूहिक दुष्कर्म मामला: अारोपितों की करवाई शिनाख्त परेड, अब डीएनए रिपोर्ट का इंतजार
न्यायिक मजिस्ट्रेट अंकित ऐरी ने स्वयं केंद्रीय जेल जाकर अधिकारियों की सहायता से इस्सेवाल सामूहिक दुष्कर्म कांड के आरोपितों की शिनाख्त परेड कराई।
जेएनएन, लुधियाना। न्यायिक मजिस्ट्रेट अंकित ऐरी ने स्वयं केंद्रीय जेल जाकर अधिकारियों की सहायता से इस्सेवाल सामूहिक दुष्कर्म कांड के आरोपितों की शिनाख्त परेड कराई। पीड़ित युवती ने सभी आरोपितों की पहचान कर ली है। जज के निर्देशों के अनुसार जेल अधिकारियों ने जेल में बंद अन्य कैदियों को मिलाकर अभियुक्तों के छह अलग-अलग बैच बनाए। छह-छह लोगों के ग्रुप में एक-एक आरोपित को खड़ा किया गया था। पीड़ित युवती व उसके दोस्त ने जेल में पहुंच कर आरोपितों की शिनाख्त की। न्यायिक मजिस्ट्रेट दोपहर करीब तीन बजे जेल पहुंचे और तीन घंटे से अधिक समय तक वहां कार्रवाई में व्यस्त रहे। पुलिस ने 18 फरवरी को अभियुक्तों की पहचान परेड के लिए एक आवेदन पत्र दायर किया था। उसने अदालत से किसी भी कार्यकारी मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में पहचान परेड की अनुमति देने का अनुरोध किया था।
जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड की प्रिंसिपल जज प्रीति सुखीजा की अदालत से भी पुलिस ने जुवेनाइल आरोपित की शिनाख्त परेड की करवाने की इजाजत ले ली। 21 वर्षीय लड़की के साथ गांव इस्सेवाल के समीप सामूहिक दुष्कर्म कांड की घटना ने राज्य विधानसभा सत्र को हिला दिया था, जिसके बाद सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को सदन में बयान देना पड़ा था। नवनियुक्त डीजीपी दिनकर गुप्ता ने शहर में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए दावा किया था कि पुलिस तेजी से कार्रवाई कर रही है। पुलिस को अब डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट का इंतजार है। उसके आने पर पुलिस की कोशिश होगी कि वो जल्दी से जल्दी केस का चालान पेश करके उसे अंतिम चरण तक बढ़ाया जा सके।
पीड़ित व मेडिकल ऑफिसर के बयान दर्ज हुए
इस्सेवाल सामूहिक दुष्कर्म मामले में जिला परिवार भलाई अफसर एसपी सिंह ने पीड़िता और उसकी मेडिकल जांच करने वाली डॉक्टर के शुक्रवार को बयान दर्ज किए। बताना जरूरी है कि पीड़िता ने सिविल सर्जन लुधियाना को शिकायत दर्ज करवाई थी। वारदात के बाद जब पुलिस ने उसका मेडिकल करवाया था तो मेडिकल अफसर ने दो पुरुषों के सामने उसका मेडिकल किया और उसके साथ अभद्र व्यवहार किया जिस पर संज्ञान लेते हुए सिविल सर्जन ने एसपी सिंह की ड्यूटी लगाई थी कि मामले की जांच करके रिपोर्ट दी जाए। उसी के चलते आज उन्होंने दोनों पक्ष के बयान दर्ज किए। बता दें कि विगत दिनों अपने दोस्त के साथ घूमने निकली युवती के साथ गांव इस्सेवाल मेंं छह लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। उस मामले में डीजीपी दिनकर गुप्ता ने लुधियाना पहुंच कर पुलिस की कार्रवाई का जायजा लेते हुए लापरवाह अधिकारियों को निलंबित किया था। मामले में सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार करके जेल में भेजा जा चुका है।