चालान तो भरो पर कोरोना से भी डरो
रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी कार्यालय (आरटीएओ) के ट्रैफिक चालान काउंटर के बाहर शारीरिक दूरी की जमकर धज्जियां उड़ रही हैं।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी कार्यालय (आरटीएओ) के ट्रैफिक चालान काउंटर के बाहर शारीरिक दूरी की जमकर धज्जियां उड़ रही हैं। काउंटर पर तो दस दस के बैच बनाकर आवेदक भेजे जा रहे हैं जबकि गेट के बाहर इतने लोग इक्क्ठे हो जाते हैं कि दो गज तो दूर दो इंच की दूरी भी नहीं रह जाती। इस हजूम में बड़ी संख्या में लोग बिना मास्क के ही भीड़ का हिस्सा बने रहते हैं। ऐसे में कोरोना वायरस की हिदायतों का वहीं पर उल्लंघन हो रहा है जहां से पूरे जिले के लिए आदेश जारी होते हैं।
दरअसल, ट्रैफिक चालान काउंटर पर भीड़ उमड़ने की वजह है लंबे लॉकडाउन के दौरान चालान काउंटर बंद रहने से। इसके बाद एडीसी जनरल अमरजीत सिंह बैंस, एडीसी नीरु कत्याल कोरोना पॉजिटिव आ गई। जिसके चलते लगभग सभी प्रशासनिक अधिकारी क्वांरटाइन हो गए व पब्लिक डीलिग पूरी तरह से ही बंद हो गई। इसके कारण फिर से लंबे समय तक रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी कार्यालय का ट्रैफिक चालान काउंटर बंद हो गया। जबकि लॉकडाउन पीरियड के दौरान ट्रैफिक पुलिस ने चालान काटने जारी रखे थे। ऐसे में भारी भरकम पेंडेंसी के चलते आवेदकों की भीड़ चालान काउंटर पर उमड़ रही है। चालान भुगतान करने शिमलापुरी के जगत सिंह ने बताया कि पिछले सप्ताह भी दो बार आया था, लेकिन बारी ही नहीं आ पाई। आज भी भीड़ देखकर नहीं लगता कि चालान का भुगतान हो पाएगा। कोटमंगल सिंह के जगतार सिंह ने कहा कि इतनी भीड़ देखकर तो हिम्मत ही जवाब दे गई। बिना काम करवाए ही लौट रहा हूं।