गैंगस्टरों को भागने का नहीं मिलेगा मौका, अब इस तरीके से होगी कोर्ट में पेशी
गैंगस्टरों को भागने का मौका नहीं मिले, इसके लिए अब नया तरीका निकाला गया है। पंजाब में एेसे कई मामले सामने आए हैं कि गैंगस्टर पेशी के दौरान भाग जाते हैं।
लुधियाना, [अर्शदीप समर]। गैंगस्टरों को भागने का मौका नहीं मिले, इसके लिए अब नया तरीका निकाला गया है। पंजाब में ऐसे कई मामले सामने आए हैं कि गैंगस्टर पेशी के दौरान भाग जाते हैं या फिर दूसरे गुट के लोग उस पर हमला कर देते हैं। इसी वजह से गैंगस्टर की पेशी पुलिस के लिए हमेशा सिरदर्द बनी रहती थी, लेकिन अब अगर किसी भी अपराधी के नाम के आगे पुलिस गैंगस्टर जोड़ देगी, तो उसकी जेल से ही वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेशी होगी। आतंकी मामलों के आरोपितों की भी पेशी जेल से ही वीडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा की जाती है। क्योंकि इन अपराधियों को पेशी पर लाने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल अदालत परिसर में तैनात किया जाता है। इसके लिए पुलिस की तरफ से अदालत में अपील की डाली जाती है कि इन अपराधियों की पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग पर कर ली जानी चाहिए। उसके बाद उन अपराधियों को हर बार पेशी पर अदालत में नहीं लाया जाता।
गैैंगस्टर और आतंकियों की पेशी पर पुलिस की लगती है स्पेशल टीम
कुख्यात गैंगस्टरों और आतंकियों की पेशी के दौरान पुलिस की तरफ से अदालत में स्पेशल टीम तैनात की जाती है। इस टीम की अगुवाई एसीपी स्तर के अधिकारी करते हैं। जेल से इन गैंगस्टरों और आतंकियों को अलग से स्पेशल वाहन में लाया जाता है, ताकि किसी भी प्रकार का कोई खतरा न रहे।गैंगस्टर्स को जेल से कोर्ट ले जाने और कोर्ट से फिर वापस लाने में पुलिस का काफी समय बर्बाद हो जाता था और उसे काफी संख्या में पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी लगाती पड़ती थी।
पेशी के दौरान सुक्खा कालवा की हुई थी हत्या
गैंगस्टर सुक्खा कालवा को नवंबर 2017 को पुलिस पेशी पर ला रही थी। इसी दौरान फगवाड़ा के नजदीक दूसरे गुट के लोगों ने हमला कर दिया। हमलावरों ने पुलिस हिरासत में ही सुक्खा कालवां को गोलियां मार हत्या कर दी थीं। इसके अलावा कुख्यात गैंगस्टर दविंदर बंबीहा को भी उसके साथियों ने पेशी के दौरान हिरासत से छुड़वा लिया था। हालांकि बाद में पुलिस ने दविंदर बंबीहा का बठिंडा में एनकाउंटर कर दिया था। इसके अलावा भी कई बार गैंगस्टर पेशी के दौरान भागने की कोशिश कर चुके हैैं।पंजाब के अलावा देश के कई राज्यों में इस तरह की व्यवस्था कर दी गई है कि पेशी के लिए कुख्यात अपराधियों और गैंगस्टर्स को बार-बार कोर्ट में नहीं भेजा जाएगा। अधिकतर पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये की करवा दी जाएंगी।इस व्यवस्था से पुलिस की सिरदर्दी भी खत्म हो जाएगी तथा अपराधियों को भागने का मौका भी नहीं मिल सकेगा।
गैंगस्टरों की पेशी पर पुलिस रहती है अलर्ट: पुलिस कमिश्नर
पुलिस कमिश्नर डॉ. सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि गैंगस्टरों की पेशी को लेकर पुलिस पूरी तरह से अलर्ट रहती है। उन्होंने कहा कि अदालत की तरफ से भी गैंगस्टरों की पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग पर की जाती है और उन्हें मुख्य फैसलों पर बुलाया जाता है, लेकिन पुलिस की तरफ से पहले ही गैंगस्टरों की पेशी पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहता है।