केंद्र सरकार की स्वास्थ्य नीति कोरोना की चपेट में : सीपीआइ
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने चार सहयोगी पार्टियों के साथ पंजाबी भवन परिसर से जिला सचिवालय तक रोष मार्च निकाला।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने चार सहयोगी पार्टियों के साथ पंजाबी भवन परिसर से जिला सचिवालय तक रोष मार्च निकाला। इस दौरान प्रदर्शनकारी केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। डीसी कार्यालय के समक्ष पहुंचने के बाद रोष रैली सभा में परिणत हो गया और पार्टी नेताओं ने संबोधित करते हुए केंद्र सरकार की नीतियों पर हमला बोला। डीपी मोड़ ने कहा कि केंद्र सरकार की स्वास्थ्य नीति कोरोना वायरस की चपेट में आकर विफल हो गई है। सरकार बीमारी के इलाज के बजाय पब्लिक को परेशान करने में लगी है। वही पार्टी के जिला सहायक सचिव डॉ. अरुण मित्रा ने कहा कि केंद्र सरकार किसान विरोधी नीति बनाकर किसानों को बर्बाद करने पर तुली है जबकि श्रम नीति का सफाया कर दिया गया है। देश में मजदूरों का हक छीन लिया गया श्रमिक काम की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं। रोजगार नहीं मिलने से भारी संख्या में मजदूर अपने परिवारों का भरण पोषण करने में कठिनाई उठा रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी गठबंधन की सरकार जिस भी प्रांत में है वहां की पब्लिक मुश्किल में है। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की प्रशासनिक व्यवस्था फेल हो चुकी है लोग घरों से बाहर निकलने में डरने लगे हैं। अन्य प्रदेशों में भी भाजपा सरकार की दोहरी नीति से पब्लिक भूखमरी के कगार पर है। सरकार की विफल नीति के कारण पंजाब में औद्योगिक इकाइयों की वजूद खतरे में है 80त्न उद्योगिक इकाइयां श्रमिकों के लिए तरस रही है जबकि सरकार यहां श्रमिकों के संभालने में सक्षम नहीं हो पाई। श्रमिक पंजाब से पलायन कर गए जिसका नतीजा है कि फैक्ट्रियों में मजदूरों की भारी किल्लत है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ संघर्ष जारी रखेगी। इस अवसर पर डॉ. गुरचरण सिंह, कमलजीत खन्ना, जयपाल सिंह, त्ररलोकचन्द्र जोरा, महेंद्र सिंह, कुलबीर सिंह, बलकार सिंह, राम अवध, संजीत कुमार आदि भारी संख्या में समर्थक उपस्थित रहे।