एतिहासिक गुरुद्वारा टाहलीआना साहिब में मनाई गुरु पूर्णिमा
दशम पिता श्री गुरु गोबिद सिंह की चरण छोह प्राप्त गुरुद्वारा श्री टाहलीआना साहिब में रविवार हर महीने की तरह इस बार भी पूर्णिमा श्रद्धा से मनाई गई।
जेएनएन, रायकोट : दशम पिता श्री गुरु गोबिद सिंह की चरण छोह प्राप्त गुरुद्वारा श्री टाहलीआना साहिब में रविवार हर महीने की तरह इस बार भी पूर्णिमा श्रद्धा से मनाई गई। सुबह से ही शब्द गुरबाणी का प्रवाह चलता रहा और श्रद्धालुओं ने पवित्र सरोवर में आकर स्नान किया। कोरोना संकट के कारण इस बार श्रद्धालुओं की तादाद काफी कम दिखाई दी। काबिलेजिक्र है कि गुरुद्वारा साहिब में पहले यहां पूर्णिमा के दिहाड़े पर हर माह लाखों की तादाद में श्रद्धालु आकर माथा टेकते हैं, लेकिन कोरोना संकट के कारण यह तादाद सीमित होकर रह गई है। इसमें भी ज्यादातर लोग लोकल स्तर पर ही होते हैं। रविवार को हुए समागम के दौरान यहां पर रागी सिंह ने कीर्तन किया। इस समय एसजीपीसी मेंबर जगजीत सिंह तलवंडी, गुरुद्वारा मैनेजर कंवलजीत सिंह गिल, इंस्पेक्टर बलविदर सिंह, जोगा सिंह, हरविदर सिंह, ज्ञानी हरदीप सिंह, मनजीत सिंह प्रमुख तौर पर उपस्थित थे।
दंडी स्वामी मंदिर में गुरु पूर्णिमा मनाई संस, लुधियाना : श्री सिद्धपीठ दण्डी स्वामी मन्दिर में व्यास पूर्णिमा उत्सव सादगीपूर्वक मनाया। पंडित राजकुमार शर्मा ने मुख्य यजमान बनकर पूजन कराया। इस अवसर पर पंडित राजकुमार शर्मा ने कहा कि श्री दंडी स्वामी महाराज व सतगुरु देव की कृपा एवं दया²ष्टि बनी रहे। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण इस उत्सव को सूक्ष्म रुप में मनाए जाने का फैसला लिया था। उन्होंने कहा कि गुरु पूर्णिमा उत्सव पर हर शिष्य अपने गुरुदेव की पूजा अर्चना करके आशीर्वाद प्राप्त करते हुए गुरु कृपा प्राप्त करते है। इससे पूर्व यज्ञशाला में पूजन के उपरान्त श्री शिव परिवार, भगवान लक्ष्मी नारायण भगवान का पूजन किया और फिरश्री दण्डी स्वामी महाराज का पूजन व अभिषेक हुआ। अंत में महाराज को भोग अर्पित किया।