लुधियाना के मत्तेवाड़ा में इंडस्ट्रियल पार्क के जमीन अधिग्रहण का प्रस्ताव ग्राम सभा ने किया रद, हाई कोर्ट जाएंगे
लुधियाना के मत्तेवाड़ा में इंडस्ट्रियल पार्क का मामला ठंडे बस्ते में जा सकता है. अब यह मामला अदालत के पास भी पहुंच गया है। इसकाे लेकर अब राजनीति भी गरमा गई है।
लुधियाना, चंडीगढ़, जेएनएन। लुधियाना के मत्तेवाड़ा में जंगल के साथ सटी 955.6 एकड़ जमीन पर प्रस्तावित इंडस्ट्रियल पार्क का विरोध तेज हो गया है। कैबिनेट ने आठ जुलाई को इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी। वहीं, इस प्रोजेक्ट से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले सेखेवाला गांव की ग्राम सभा ने जमीन अधिग्रहण के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है।
1964 में गुरदासपुर व अमृतसर से आए लोगों की ओर से आबाद की गई जमीन उन्होंने लंबी लड़ाई के बाद हासिल की थी। अब सरकार इसका अधिग्रहण करने जा रही है। इस फैसले से उनमें रोष है। मंगलवार को गांव वालों ने एक प्रस्ताव पारित कर जमीन अधिग्रहण का प्रस्ताव रद कर दिया। साथ ही फैसला किया कि वे इसके खिलाफ पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
आम आदमी पार्टी भी देगी साथ
आम आदमी पार्टी ने भी उनका साथ देने का फैसला लिया है। उनके बिजली आंदोलन के नेता प्रदीप सिंह खालसा ने इसकी पुष्टि की है। गांव की सरपंच अमरीक कौर ने बताया कि उन्हें गुमराह करके प्रस्ताव पारित करवाया गया कि यहां पर पार्क बनाया जा रहा है, लेकिन अब उन्हें पता चला है कि यहां इंडस्ट्रियल पार्क बनाने के लिए सारी जमीन ली जा रही है। हम कहां जाएंगे। पूर्व सरपंच धीरा सिंह ने बताया कि गांव वालों ने एक बार फिर कानूनी लड़ाई लडऩे का फैसला लिया है। एक-दो दिन में ही हम सरकार के इस फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती देंगे।
कैप्टन ने Industrial Park के लिए जंगल की जमीन नहीं लेने का दिया था अाश्वासन
इससे पहले मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मत्तेवाड़ा में इंडस्ट्रियल पार्क बनाने के लिए जंगल की एक इंच जमीन भी नहीं लेने की बात कही थी। फेसबुक पर अपने साप्ताहिक सेशन ‘आस्क कैप्टन’ में सीएम ने कहा था कि मत्तेवाड़ा की वन भूमि को खराब करने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता। इस इंडस्ट्रियल पार्क के लिए सरकार ने पशुपालन विभाग, बागवानी विभाग और ग्राम पंचायत से 955 एकड़ जमीन ली है। इस भूमि में मत्तेवाड़ा के 23 एकड़ में फैले जंगल का एक इंच हिस्सा भी हमने नहीं लिया है।
उन्होंने कहा कि लोगों की सहायता से सरकार ने पिछले साल श्री गुरु नानक देव के 550 साला प्रकाश पर्व पर 75 लाख नए पौधे लगाए थे। सरकार स्वयं पंजाब को हरित प्रदेश बनाने की इच्छुक है। इंडस्ट्रियल पार्क के कचरा निस्तारण पर कैप्टन ने कहा के क्षेत्र में एक आधुनिक कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य लुधियाना व आसपास के लोगों के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न करना है।