500 वर्ष बाद आया है स्वर्णिम अवसर
रामलला के रंग में महानगर रंग गया।
कृष्ण गोपाल, लुधियाना
रामलला के रंग में महानगर रंग गया। सभी ने दीये जला कर भगवान राम का स्वागत किया। 500 वर्ष के बाद ऐसा स्वर्णिम अवसर आया, जिससे पूरे देश के हिदू वर्ग में खुशी की लहर है। महानगर भी इससे अछूता नहीं है। बुधवार को जैसे ही मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की जन्म भूमि पर श्री राम मंदिर का निर्माण हुआ, वैसे ही महानगर में श्री राम के गूंज से पूरा नगर झूम उठा। सभी के मुंह पर एक ही नाम था रहा जय श्री राम। आज ऐतिहासिक दिन ही नहीं है, बल्कि भावनात्मक तौर पर सबसे बड़ा दिन है। अब भारत अपने इस इतिहास को सही कर रहा है। अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण से हर देशवासी का सपना पूरा हुआ। इसको लेकर सभी का यही कहना था देर आए दुरस्त आए।
संजय महेंद्रु बंपी, कृष्ण चंद गुप्ता, केके सूरी ने कहा कि भगवान राम का मंदिर भारत में सभी जातियों को जोड़कर भारतीयों को एक राष्ट्र पुरुष के रूप में खड़ा करेगा। इसके साथ ही विश्व में एकता व मर्यादा स्थापित होगी। हम सभी ने घरों में दीपमाला कर इस पल को सुनहरे इतिहास में संजो दिया है। कुलदीप जैन सुराणा, हरीश सिगला, रिशी जैन ने कहा कि भव्य श्री राम मंदिर के बनवाने को चले आंदोलन में कई हिदुओं ने जहां कुर्बानियां दी है, वहीं कइयों ने जेल काटी। राम मंदिर बनने का जो सपना पूर्वजों ने देखा है उसे साकार होता आज की सौभाग्यशाली पीढ़ी ने गौरव हासिल किया है।
प्रेमचंद जैन, अरुण जैन, अनिल जैन ने कहा कि श्री राम मंदिर का निर्माण कोई ऐसा इवेंट नहीं था जो किसी की जिदगी या फिर दशकों में आता है, बल्कि ये एक ऐसी घड़ी है जो मानव जाति के जीवन में एक बार आई है। इन पलों को एक उत्सव के रूप में मनाना वाकई गौरव की बात है।