पटियाला में दोस्त के साथ घूमने निकले गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा की कार ने ASI काे मारी टक्कर, बाल-बाल बचे
सिटी ट्रैफिक इंचार्ज बलजीत सिंह ने कहा कि गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा नाके से गुजरे थे जहां पर नाके पर तैनात एएसआइ ने मामला संभाल लिया था। घटना के अनुसार नीरज चोपड़ा अपने दोस्त के साथ लग्जरी गाड़ी में सवार होकर निकले थे।
पटियाला, [प्रेम वर्मा]। एनआइएस में आयोजित कार्यक्रम के समाप्त होने के बाद दोस्त के साथ शहर घूमने निकले ओलिंपियन गोल्ड मेडलिस्ट नीरज शर्मा की कार एएसआइ को टक्कर मारने से बाल-बाल बची। घटना बुधवार शाम को उस समय हुई जब ट्रैफिक पुलिस ने लीला भवन चौक पर स्पेशल नाका लगाया हुआ था। बचाव के बाद ट्रैफिक एएसआइ अजय कुमार ने कार सवार इन लोगों को ट्रैफिक नियम का पाठ पढ़ाना शुरू कर दिया तो इन लोगों ने तुरंत कार का शीशा चढ़ा लिया। उधर नाके की कवरेज कर रहे मीडिया कर्मियों ने पुलिस अधिकारियों को कार में सवार नीरज चोपड़ा की पहचान बताई।
इसके बाद पुलिस ने भविष्य में गाड़ी चलाते समय ध्यान रखने की सलाह देते हुए इन लोगों को मौके से भेज दिया। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की क्योंकि कार की टक्कर से एएसआइ अजय कुमार बच गए थे। सिटी ट्रैफिक इंचार्ज बलजीत सिंह ने कहा कि गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा नाके से गुजरे थे, जहां पर नाके पर तैनात एएसआइ ने मामला संभाल लिया था। घटना के अनुसार नीरज चोपड़ा अपने दोस्त के साथ लग्जरी गाड़ी में सवार होकर एनआइएस के बाद शहर घूमने के लिए 22 नंबर पुल की तरफ जा रहे थे। लीला भवन चौक पर पुलिस ने बुलेट मोटरसाइकिलों की चेकिंग का स्पेशल नाका लगा रखा था, जिस वजह से चौक पर करीब दस बुलेट मोटरसाइकिल लाइन में खड़े किए हुए थे।
चौक पर बुलेट की लंबी लाइन व भीड़ की तरफ नीरज चोपड़ा और ड्राइविंग सीट पर बैठे उनके दोस्त का ध्यान चला गया। इस वजह से सामने गाड़ी को रुकने का इशारा कर रहे एएसआइ अजय कुमार को वे नहीं देख पाए, वहीं एएसआइ अजय कुमार ने शोर मचाया तो तुरंत कार को ब्रेक लगाकर रोका गया। इस लापरवाही को देख एएसआइ अजय कुमार तुरंत कार सवार दोनों को ट्रैफिक नियमों व कार सावधानी से चलाने का पाठ पढ़ाने लगे। एएसआइ के तीखे स्वर देख इन लोगों ने शीशा ऊपर कर लिया, वहीं मीडिया कर्मियों से पहचान का पता चलते ही दोनों को लौटा दिया।
मेरी तो टांग टूटने से बच गई : एएसआइ
एएसआइ अजय कुमार ने कहा कि उन्हें नहीं पता था कि कार में कौन सवार है बल्कि कार चालक को रुकने का इशारा किया था। अन्य जगह देख रहे चालक को शोर मचाकर कार रुकवाई। यदि कार नहीं रोकता तो कार मेरी टांग पर चढ़ जाती। मेरी तो टांग टूटने से बच गई, ऐसे में इन लोगों को ट्रैफिक नियम का पालन करने की अपील करते हुए भेज दिया था।