शिक्षा मंत्री के शहर में टावर पर चढ़े बेरोजगार पीटीआइ अध्यापक, नीचे भी धरने पर बैठे
बेरोजगार पीटीआइ अध्यापकों की पहचान अशोक कुुमार निवासी फाजिल्का वकील राम निवासी मानसा शिंदर राम निवासी पातड़ा व दिलबल सिंह निवासी बडबर के रूप में हुई। बेरोजगार अध्यापकों ने एलान किया कि जब तक उन्हें रोजगार की मांग पर सरकार सहमति नहीं देगी तब तक वह डटे रहेंगे।
संगरूर, जेएनएन। बेरोजगार पीटीअाइ अध्यापक यूनियन (646) द्वारा रोजगार प्राप्ति के लिए पिछले लंबे समय से किए जा रहे संघर्ष के तहत सरकार द्वारा कोई सार्थक कदम न उठाए जाने के रोष स्वरूप रविवार को बेरोजगार अध्यापकों ने कडा रुख अपनाया। संघर्ष को तेज करते हुए यूनियन के चार सदस्य शिक्षा मंत्री विजयइंदर सिंगला के शहर में हरगोबिंदपुरा रोड पर मौजूद मोबाइल कंपनी के टावर पर चढ़ गए, जबकि बाकी सदस्यों ने टावर के नीचे धरना लगाकर पंजाब सरकार के खिलाफ रोष जाहिर किया।
टावर पर चढ़े बेरोजगार पीटीआइ अध्यापकों की पहचान अशोक कुुमार निवासी फाजिल्का, वकील राम निवासी मानसा, शिंदर राम निवासी पातड़ा व दिलबल सिंह निवासी बडबर के रूप में हुई। टावर पर चढ़े चारों बेरोजगार अध्यापकों ने एलान किया कि जब तक उन्हें रोजगार देने की मांग पर सरकार सहमति नहीं देगी, तब तक वह टावर पर डटे रहेंगे।
प्रांतीय कमेटी नेता कृष्ण नाभा, जिला प्रधान जसविंदर सिंह ने कहा कि बेरोजगार पीटीअाई अध्यापक पिछले लंबे समय से रोजगार प्राप्ति के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस संघर्ष दौरान कई बार पैनल बैठकें भी कर चुके हैं, लेकिन उनकी मांग की पूर्ति की बजाए केवल भरोसा ही मिल रहा है। एक नवंबर को पीटीअाई बेरोजगार अध्यापकों ने महावीर चौक में दिन भर चक्का जाम किया, जिसके बाद प्रशासन ने शिक्षामंत्री से पैनल बैठक करवाने के लिए पत्र दिाय था, लेकिन उऩकी पैनक बैठक अभी तक नहीं करवाई गई।
इससे पहले आठ अक्टूबर को हुई पैनल बैठक में शिक्षामंत्री व शिक्षा सचिव ने यूनियन से मांग पत्र लेकर दस दिन का समय मांगा था, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं की गई। इस कारण मजबूरन आज फिर शिक्षामंत्री के शहर में बेरोजगार पीटीअाइ अध्यापक करो या मरो की नीति को लेकर संघर्ष में उतरे हैंं। रोजगार लेकर ही घरों को वापस लौटेंगे, अन्यथा टावर के नीचे ही पक्का मोर्चा लगाया जाएगा।