पूर्व सेना प्रमुख बोले, प्रथम विश्व युद्ध में बाजू खो चुके सिपाही का पोता हूं
गुरु नानक देव भवन मे इनिशिएटिव ऑफ चेंज की ओर से आयोजित यूथ सम्मेलन के दौरान उपस्थित छात्रों व गण्यमान्य को सबोधित करते पूर्व सेना प्रमुख जनरल जेजे सिह ने ये बात बताई।
राजन कैंथ, लुधियाना : मैं पहला सिख था, जिसे 2004 में भारत सरकार ने आर्मी चीफ बनाया। उस समय मीडिया के पूछने पर मेरा जवाब था कि सबसे पहले मैं भारतीय हूं, उसके बाद सिख हूं। यह बात मेरी ऑटो बायोग्राफी में भी छपी है, जो इंग्लिश, हिंदी, पंजाबी, मराठी, बंगाली, असमी और फ्रेंच आदि भाषाओं में ट्रासलेट हो चुकी है। गुरु नानक देव भवन मे इनिशिएटिव ऑफ चेंज की और से आयोजित यूथ सम्मेलन के दौरान उपस्थित छात्रों व गण्यमान्य को सबोधित करते पूर्व सेना प्रमुख जनरल जेजे सिह ने ये बात बताई।
उन्होंने कहा कि वह अपनी जिंदगी में इसलिए सफल हो सके, क्योंकि वह भेड़ चाल में विश्वास नहीं रखते। उन्होंने हमेशा टीम वर्क पर भरोसा किया। उन्होंने बताया कि सेना में सिपाही सरदार आत्मा सिंह का पोता हूं, जिन्होंने पहले विश्व युद्ध में अपनी एक बाजू खो दी थी। उन्होंने 16 साल की उम्र में मुझे आशीर्वाद देकर पुणे स्थित एनडीए इंस्टीट्यूट भेज दिया। मा ने कहा कि तुम जाओ, मैं तुम्हारे लिए अरदास कर रही हूं। वहा मुझे सब लोग चीकू-चीकू छेड़ कर बुलाया करते थे। एनडीए में रैगिंग बहुत होती थी, मगर उसी ने मुझे अनुशासन में रहना सिखाया। उस रैगिंग के बाद मुझे जिंदगी में और कोई परेशानी बड़ी नहीं लगी। जेजे सिंह ने बताया कि पिता जी दूसरे विश्व युद्ध में लेफ्टिनेंट कर्नल थे। उनके दादा जी ने आशीर्वाद दिया कि सिपाही का बेटा कर्नल बन चुका है। मगर अब कर्नल का बेटा जनरल बनेगा। रास्ता बहुत कठिन था, मगर अंत में वह सच्चाई बन कर सामने आया। निश्चय करके ही उन्होंने अपनी जीत हासिल की।
उन्होंने बताया कि जेहलम एरिया में आतंकियों ने उनका नाम टाइगर रखा हुआ था। ब्रिगेडियर के पद पर वहा उनकी दो साल की पोस्टिंग थी। उस दौरान उन्होंने बॉर्डर पार करने वाले तीन सौ आतंकी ढेर किए। वर्ल्ड पॉवर बनेगा भारत
देश के विकास में युवाओं का बहुत बड़ा योगदान है, देश की बागडोर उनके हाथ में होगी। आज की युवा पीढ़ी इन्फार्मेशन टेक्नोलॉजी में माहिर है, इस लिए हमारे लोग आगे बढ़ रहे हैं। निकट भविष्य में हम दुनिया में वर्ल्ड पॉवर बनेंगे। इसमें मुझे बिलकुल शक नहीं है। यह बात जनरल जेजे सिंह ने कही।