किसानों के धरने में 'जंगी राम की हवेली' ने भरा जोश
विभिन्न किसान जत्थेबंदियों की ओर से रेलवे स्टेशन पर दिया जा रहा धरना 21 वें दिन में प्रवेश कर गया।
जासं, जगराओ : कृषि सुधार कानून को रद करवाने की मांग को लेकर विभिन्न किसान जत्थेबंदियों की ओर से रेलवे स्टेशन पर दिया जा रहा धरना 21 वें दिन में प्रवेश कर गया। भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंता के डेढ़ दर्जन गांवों से रेल का पहिया जाम करने के लिए किसान सैकड़ों की गिनती में परिवारों सहित पहुंचे। इस मौके पर चेतना कला केंद्र बरनाला के कलाकारों ने हरविदर दीवाना के निर्देशन में नाटककार गुरशरण सिंह का लिखा नाटक 'जंगी राम की हवेली' पेश कर जहां किसानों में जोश भरा वहीं मौजूदा हालातों को नाटकीय ढंग से बयान किया।
इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंता के सीनियर नेता मनजीत धनेर, जगतार सिंह देहड़का, बलविदर सिंह कमालपुरा, महिदर सिंह कमालपुरा, इंद्रजीत सिंह धालीवाल, मजदूर नेता कंवलजीत, मदन सिंह, तर्कशील नेता सुरजीत दोधर, पूर्व नेता हरभजन सिंह, बीकेयू लक्खोवाल के जिला प्रधान जोगिदर सिंह, बीकेयू कादियां के गुरजीत सिंह और जतिदर सिंह ने कहा कि चाहे पंजाब विधानसभा में खेती कानूनों को रद करने का किसान संघर्ष के दबाव में फैसला किया है। परन्तु केंद्र की भाजपा सरकार से यह कानून रद करवाने के लिए संघर्ष को देश स्तर पर विशाल रूप दिया जाएगा। किसान नेताओं ने कहा कि सरकार पराली संभालने के लिए उचित मुआवजा नहीं देती तब तक पराली जलाना मजबूरी होगी। हरबंस सिंह बारदेके, गुरइकबाल सिंह रूमी, केहर सिंह, धर्म सिंह सुजापुर, रणजीत सिंह बसियां, परवार सिंह गालिब ने कहा कि किसान संघर्ष अंतिम जीत तक जारी रहेगा। इस दौरान गांव अलीगढ़ स्थित पेट्रोल पंप पर किसानों का धरना जारी रहा। रामशरण सिंह रसूलपुर ब्लाक सचिव ने कहा कि खेती कानून केंद्र सरकार की ओर से रद होने तक संघर्ष जारी रहेगा।