Move to Jagran APP

पहला कंटेनमेंट जोन ही अनकंट्रोल

क‌र्फ्यू के बाद 15 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज आने के कारण शहर में पहली बार बना कंटेनमेंट जोन छावनी मोहल्ला पहले ही दिन अनकंट्रोल दिखा।

By JagranEdited By: Published: Sun, 07 Jun 2020 02:47 AM (IST)Updated: Sun, 07 Jun 2020 02:47 AM (IST)
पहला कंटेनमेंट जोन ही अनकंट्रोल

दिलबाग दानिश, लुधियाना

loksabha election banner

क‌र्फ्यू के बाद 15 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज आने के कारण शहर में पहली बार बना कंटेनमेंट जोन छावनी मोहल्ला पहले ही दिन अनकंट्रोल दिखा। वहां दुकानें भी खुलीं और दिन भर लोगों को आवागमन लगा रहा। दिन के समय जो दो गलियां बंद भी की गई, वह भी शाम को खोल दी गईं। दैनिक जागरण टीम की ने इस कंटेनमेंट जोन का दौरा किया तो यह स्थिति वहां देखने को मिली।

शुक्रवार को सेहत विभाग ने छावनी मोहल्ला को कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए सील करने के आदेश दिए। सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने इसकी डीसी को पत्र लिखकर जानकारी दी थी। साथ ही कहा था कि इस क्षेत्र में सिर्फ मेडिकल इमरजेंसी या आवश्यक सेवाओं की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। सात दिन पहले की कपड़ा कारोबारी छावनी मोहल्ला के निवासी प्रितपाल सिंह की मौत कोरोना से हो गई थी। फिर यहां से 15 से अधिक पॉजिटिव केस आए। इस कारण इसे कंटेंमेंट जोन एलान दिया गया है। दुकानों पर आ-जा रहे थे लोग, मास्क भी नहीं पहने थे

शहर के पहले कंटेनमेंट एरिया में हालात यह हैं कि मृतक प्रितपाल के घर को जाती दो गलियां ही सील की गई थीं और वह भी शाम होते खोल दी गईं। मोहल्ले के मुख्य रोड मंदिर वाली के सभी बाजार और दुकानें खुली हुई थीं। यहां तक कि शरीरिक दूरी का भी ख्याल नहीं रखा जा रहा था। मास्क भी लोगों ने नहीं पहने थे। पूरा एरिया वालंटियर के हवाले है और वह भी एक मोटरसाइकिल पर तीन-तीन लोग घूमते देखे गए। बच्चों और बुजुर्गों को घर में रहने की हिदायत, वह भी घूमते दिखे

सरकार ने बच्चों और बुजुर्गों को घर में ही रहने की हिदायत दी है मगर यहां पर सबसे ज्यादा बुजुर्ग और बच्चे ही घरों से बाहर निकले हुए थे। यहां के बाशिदे अवतार सिंह, गुरप्यार सिंह और चरणजीत सिंह ने कहा कि उन्हें तो बताया ही नहीं गया है कि उन्होंने कैसे रहना है। सब्जी वाले, सिलेंडर देने वाले और अन्य अभी भी यहां निरंतर आ रहे हैं।

हां हमने छावनी मोहल्ले को कंटेनमेंट एरिया घोषित किया है, वहां बाहरी व्यक्ति नहीं आ-जा सकता। एरिया को सील किया जाना है और वहां बस जरूरत की चीजें ही मुहैया होनी हैं। कंटेनमेंट एरिया में आदेश लागू करवाना पुलिस की ड्यूटी है।

-डॉ राजेश बग्गा, सिविल सर्जन लुधियाना। घल्लूघारा दिवस के दौरान शहर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस व्यस्त थी, इस कारण हम वहां पर प्रबंध नहीं कर सके हैं। रविवार से वहां पर सभी तरह की बंदिशें लागू कर दी जाएंगीं। हम इसके लिए विशेष फोर्स को तैनात कर रहे हैं।

-एसीपी सेंट्रल वरियाम सिंह।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.