कांग्रेस टिकट के लिए डॉ. अमर और विधायक जीपी में फंसा पेंच
फतेहगढ़ साहिब लोकसभा सीट से कांग्रेस की टिकट के लिए लड़ाई अब अपने आखिरी दौर में पहुंच गई है।
सचिन आनंद, खन्ना
फतेहगढ़ साहिब लोकसभा सीट से कांग्रेस की टिकट के लिए लड़ाई अब अपने आखिरी दौर में पहुंच गई है। पार्टी के अंदर से मिल रही खबरों के अनुसार रिटायर्ड आइएएस अधिकारी डॉ. अमर सिंह और बस्सी पठाना के विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी के बीच इस रिजर्व सीट से उम्मीदवारी का पेंच फंसा हुआ है। दोनों ही नाम पर कांग्रेस चुनाव समिति में मंथन चल रहा है।
कांग्रेस हलकों से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली दरबार में इन दिनों डॉ. अमर और विधायक गुरप्रीत अपनी-अपनी लॉबिग में करने में लगे हैं। सूत्रों के अनुसार डॉ. अमर के हक में फिलहाल फतेहगढ़ लोकसभा के अधीन आने वाले अधिकांश विधायक हामी भर चुके हैं। दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत बेअंत सिंह के परिवार से नजदीकी ही विधायक जीपी के पास एकमात्र हथियार है। मुकाबला युवा और अनुभव के बीच
फतेहगढ़ साहिब सीट के लिए डॉ. अमर सिंह और जीपी के बीच की यह टक्कर सियासी जानकार युवा और अनुभव के बीच का मुकाबला मानते हैं। डॉ. अमर को जहां मध्य प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी और 10 साल केंद्र सरकार में सीनियर आइएएस अधिकारी रहने से लंबा अनुभव सिस्टम को चलाने का है, वहीं जीपी कांग्रेस का एक युवा चेहरा हैं। वह 2017 में पहली बार विधायक बने थे। दो अप्रैल को जारी हो सकती है सूची
सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस के पंजाब के उम्मीदवारों की सूची दो अप्रैल को आ सकती है। इस दिन पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी का चुनावी घोषणापत्र जारी करेंगे। इसके तुरंत बाद पार्टी पंजाब में उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है। अगर किसी कारणवश दो अप्रैल को सूची जारी नहीं होती तो यह तारीख 11 अप्रैल के बाद तक बढ़ सकती है। डॉ. अमर की टीम ने अंदरखाते शुरू की बैठकें
भले ही पार्टी ने फतेहगढ़ साहिब सीट से अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है, लेकिन डॉ. अमर की टीम ने इलाके में ग्राउंड वर्क शुरू कर दिया है। इसके लिए इलाके के प्रमुख लोगों और कांग्रेस नेताओं के साथ अंदरखाते बैठकें की जा रही हैं। हालांकि, जीपी ने फिलहाल हलके में कोई गतिविधि शुरू नहीं की है।