सामूहिक दुष्कर्म के आरोपितों पर हमले की आशंका, जेल में दूसरे कैदियों से रखे जा रहे अलग
बहुचर्चित इस्सेवाल सामूहिक दुष्कर्म मामले के आरोपितों पर हमले की आशंका है और इसी के चलते मामले में पकड़े गए दो आरोपितों कड़े पहरे में केंद्रीय जेल मेें अलग सेल में रखा गया है।
लुधियाना, [दिलबाग दानिश]। बहुचर्चित इस्सेवाल सामूहिक दुष्कर्म मामले के आरोपितों पर हमले की आशंका है और इसी के चलते मामले में पकड़े गए दो आरोपितों कड़े पहरे में केंद्रीय जेल मेें अलग सेल में रखा गया है। हमले के डर से उन्हें दूसरे कैदियों के साथ भी नहीं छोड़ा जाता है। मामले का तीसरा आरोपित नाबालिग है और इसके कारण उसे बाल सुधार गृह में रखा गया है। वह भी अन्य कैदियों से अलग रहता है। यह इसलिए नहीं कि उसके खिलाफ हीन भावना है, इसलिए कि उस पर हमला न हो जाए। पुलिस ने मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से सादिक अली, जगरूप सिंह और सुमरू पुलिस रिमांड पर हैं, जबकि अजय कुमार, सैफ अली और नाबालिग को अदालत में पेश कर जेल भेजा गया है। गौरतलब है कि सीआइडी ने आरोपितों पर हमले की आशंका जताई है, जिसके बाद पुलिस हिरासत और जेल में बंद सभी आरोपितों की सुरक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। सूत्रों के अनुसार दुष्कर्म के आरोपितों को अलग सेल में ही खाना दिया जाता है। जब दूसरे बंदी अपने सेल में चले जाते हैं, तभी उन्हें सेल से बाहर निकाला जाता है। जेल में ही उनपर हमले की आशंका है।
अकाली नेता ने फेंके थे जूते
सादिक अली, जगरूप सिंह और सुमरू को पहले जब अदालत में पेश किया गया तो उन पर यूथ अकाली नेता मीत पाल दुगरी ने साथियों के साथ मिलकर जूते फेंके थे। उन्होंने आरोपितों से मारपीट का प्रयास भी किया था। पुलिस किसी तरह उन्हें गाड़ी में बिठाकर साथ ले गई थी।
दविंदर बंबीहा ग्रुप के सदस्यों ने दी थी धमकी
दविंदर बंबीहा के नाम से फेसबुक अकाउंट के माध्यम से एलान किया गया था कि जल्द ही वह इस तरह के अपराधियों को सबक सिखाएंगे। ये लोग समाज पर कलंक हैं और इसकी सजा उन्हें जरूर दी जाएगी। ऐसे आपराधियों को नरक में उनके साथी ही पहुंचाएंगे भले अपराधी पुलिस की हिरासत में ही क्यों न हों।
पहले भी हो चुका है एक व्यक्ति पर हमला
श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने पर जेल में बंद एक आरोपित की जेल में बंद गैंग्स्टरों ने बुरी तरह से पिटाई कर दी थी। उसकी टांग तोडऩे के सा उसके सिर पर वार किया था।
सुरक्षा जरूरी, हम अहतियात बरत रहे : जेलर
हां इस तरह के आरोपितों को पूरे एहतियात के साथ रखा जाता है। हमले की आशंका के मद्देनजर जेल में सुरक्षा के पूरे प्रबंध किए गए हैं। कोशिश है कि इनके साथ कोई अप्रिय घटना ना हो।