मई महीने में बिकने वाली गेहूं पर दिया जाए बोनस, किसानों ने सरकार से की मांग
किसान नेताओं ने कहा कि कोरोना महामारी से जूझ रहे लोगों की मदद की जाए और अतिरिक्त टैक्स न लगाए जाएं। स्वामीनाथन कमिशन की रिपोर्ट लागू की जाए।
जगराओं, जेएनएन। भारतीय किसान यूनियन डकौंता ब्लॉक रायकोट की बैठक महिदर सिंह कमालपुरा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में जिला प्रधान हरदीप सिंह गालिब व प्रवार सिंह विशेष तौर पर उपस्थित हुए।
बैठक के दौरान किसान नेताओं ने सरकार से मांग की है कि सरकार वादे अनुसार मई में बिकने वाली गेहूं पर बोनस दे। साथ ही गेहूं पर लगाया क्वालिटी कट बंद करे और गेहूं की फसल पर बारिश व ओलावष्टि का मुआवजा दे। डीजल व पेट्रोल की कीमत विश्व कीमत से जोड़ कर किसानों को सीधा फायदा दिया जाए। धान की बीजाई के लिए मजदूरों व मशीनों का पहले प्रबंध करे और किसानों को सीधी 75 प्रतिशत सब्सिडी दी जाए। धान की बीजाई एक जून से की जाए और और एक जून से बिजली की सप्लाई आठ घंटे की जाए। पूसा 44 धान की प्रमाणित किस्म पर लगाई गई पाबंदी रद की जाए।
किसान नेताओं ने कहा कि कोरोना महामारी से जूझ रहे लोगों की मदद की जाए और अतिरिक्त टैक्स न लगाए जाएं। स्वामीनाथन कमिशन की रिपोर्ट लागू की जाए। मक्की, मूंगी, कपास व नरमे की फसलों की सरकार की कीमत तय कर खरीदने की गारंटी सरकार दे, ताकि धान की बीजाई कम हो सके। किसान नेताओं में बलविदर सिंह कमालपुरा, जगतार सिंह देहड़का, मनजिदर सिंह जट्टपुरा, गुरमेल सिंह नुरपुरा, बिदर सिंह रूमी, गुरमीत सिंह सूजापुर, जतिदर सिंह हलवारा, जगरूप सिंह, हरदेव सिंह हलवारा, चरणजीत सिंह बासी, रणधीर सिंह, जगतार सिंह भैणी, जगमोहन सिंह हंसरा ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि किसानों के मामले हल न किए गए, तो संघर्ष तेज किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
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