मरने से पहले 99 वर्षीय मां ने लिखा मेरे मरने पर कोई न रोए
माछीवाड़ा के नजदीकी गांव गुरुढ़ की निवासी 99 वर्षीय तेज कौर का देहांत हो हुआ। हालांकि उन्होंने कुछ साल पहले ही अपनी अंतिम इच्छाएं लिख दी थीं जिस पर परिवार ने वे इच्छाएं अंतिम संस्कार के दौरान पूरी कीं।
संसू, श्री माछीवाड़ा साहिब : माछीवाड़ा के नजदीकी गांव गुरुढ़ की निवासी 99 वर्षीय तेज कौर का देहांत हो हुआ। हालांकि उन्होंने कुछ साल पहले ही अपनी अंतिम इच्छाएं लिख दी थीं, जिस पर परिवार ने वे इच्छाएं अंतिम संस्कार के दौरान पूरी कीं।
तेज कौर ने कुछ वर्ष पहले अपने पारिवारिक सदस्यों से एक पत्र लिखवाया था। इसमें उन्होंने लिखवाया कि मेरे मरने पर किसी ने रोना नहीं, न ही मुझे माथा टेकना है। मेरे अंतिम सस्कार के मौके दुखी होने के बजाय वाहेगुरु का जाप करना। यह भी इच्छा जाहिर की कि उसकी मृतक देह के सिर पर छोटी पगड़ी सजानी है व सिरोपा डालकर अंतिम विदाई देनी है। तेज कौर की अंतिम इच्छा यह भी रही कि उसकी अर्थी को कंधा मेरा एक दोहता जरूर दे। इसके इलावा किसी भी प्रकार की कोई औपचारिकता नहीं करनी। उसके भोग पर जलेबियां बनाने के बजाय कड़ाह प्रसाद बांटा जाए। अब 99 वर्ष की आयु उनके निधन पर परिवार ने ये सभी इच्छाएं पूरी कीं।