आर्थिक सुस्ती के बावजूद निर्यात में ग्रोथ, पंजाब के एक्सपोर्टर कर रहे बेहतर प्रदर्शन
डिप्टी डायरेक्टर जनरल फॉरेन ट्रेड राजीव कुमार सोनी के मुताबिक पंजाब की एक्सपोर्ट की बात करें तो इसमें भी तेजी से ग्रोथ हो रही है।
लुधियाना, [मुनीश शर्मा]। विश्व बाजार में आर्थिक सुस्ती के बावजूद भारतीय निर्यात रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया है। पिछले वित्त वर्ष में निर्यात 9.06 फीसद बढ़ोतरी के साथ 331 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है। इससे पहले वर्ष 2013-14 के दौरान देश के निर्यात ने 314.4 अरब डॉलर का उच्चतम स्तर छुआ था। पिछले वित्त वर्ष के दौरा3न निर्यात बढ़ोतरी में प्रमुख भागीदारी निभाने वालों में इलेक्ट्रॉनिक सामान, प्लास्टिक, पेट्रोलियम, इंजीनियरिंग, आर्गेनिक और नॉन आर्गेनिक रसायन, ड्रग्स व फार्मास्यूटिकल्स और कॉटन यार्न, फैब्स, मेड-अप, हैंडलूम उत्पाद शामिल हैं। वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान सेवा क्षेत्र के निर्यात का भी अहम योगदान रहा है। इसमें 6.26 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। उद्यमियों का मानना है कि नोटबंदी एवं जीएसटी के बाद अब अर्थव्यवस्था पटरी पर आ रही है। यदि सत्ता में आने वाली नई सरकार निर्यातकों को प्रोत्साहित करे तो चालू वित्त वर्ष के दौरान निर्यात साढ़े तीन सौ बिलियन डॉलर का स्तर भी पार कर सकता है।
डिप्टी डायरेक्टर जनरल फॉरेन ट्रेड राजीव कुमार सोनी के मुताबिक पंजाब की एक्सपोर्ट की बात करें, तो इसमें भी तेजी से ग्रोथ हो रही है। कई अहम सेक्टरों में पंजाब के एक्सपोर्टर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। इनमें यार्न, रेडिमेड गारमेंट्स, स्पोट्र्स गुड्स, फास्टनर एवं हैंडटूल शामिल हैं। इन सेक्टरों में पंजाब की इंडस्ट्री को ग्रोथ देखने को मिल रही है।
निर्यात समुदाय के समर्पण और कठिन परिश्रम का फल: फियो अध्यक्ष
फियो अध्यक्ष गणेश कुमार गुप्ता ने निर्यात में इस बढ़ोतरी के लिए निर्यात समुदाय के समर्पण और कठिन परिश्रम को इसका फल बताया और सराहना की। इस कारण संरक्षणवाद, कठिन वैश्विक परिस्थितियों और घरेलू मोर्चे पर बाधाओं सहित कई बड़ी चुनौतियों के बावजूद इतनी प्रभावशाली बढ़ोतरी दर्ज की गई। सिर्फ मार्च में वस्तुओं का निर्यात 11.02 प्रतिशत की वृद्धि के साथ लगभग 33 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया जो अब तक के किसी भी माह का सबसे अधिक निर्यात है।
अमेरिका-चीन में ट्रेड वार का मिल सकता है फायदा
फियो अध्यक्ष गणेश कुमार के मुताबिक 30 प्रमुख उत्पाद समूहों में से 20 इस माह में सकारात्मक क्षेत्र में थे, जिनमें से अधिकतर ने महीने के दौरान प्रभावशाली वृद्धि दिखाई। उद्यमियों का साफ तर्क है कि अमेरिका एवं चीन के बीच चल रही ट्रेड वार के चलते भारतीय निर्यातकों के पास अच्छा अवसर है। ऐसे में इस वित्त वर्ष में इंजीनियरिंग, रेडिमेड गारमेंट्स के निर्यात को बूस्ट मिल सकता है।