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सहकारी सभा में लाखों के गबन मामले में पूर्व सचिव निर्दोष करार

माछीवाड़ा ब्लाक अधीन पड़ती की जोधेवाल सहकारी बहुमहत्वी कृषि सभा में लाखों रुपए के गबन का मामला पिछले काफी समय से चर्चा में है और सहकारिता विभाग द्वारा इस मामले में सभा के पूर्व सचिव राणा बलवीर सिंह खिलाफ इस गबन के कथित आरोप में पुलिस को कार्यवाही करने के लिए पत्र लिखा था परंतु इस मामले में अब नया मोड़ आ गया है और पुलिस ने पूर्व सचिव को निर्देश इकरार दे दिया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Sep 2019 09:53 PM (IST)Updated: Mon, 23 Sep 2019 06:27 AM (IST)
सहकारी सभा में लाखों के गबन मामले में पूर्व सचिव निर्दोष करार
सहकारी सभा में लाखों के गबन मामले में पूर्व सचिव निर्दोष करार

संवाद सहयोगी, श्री माछीवाड़ा साहिब : सहकारिता विभाग द्वारा इस मामले में सभा के पूर्व सचिव राणा बलवीर सिंह के खिलाफ इस गबन के कथित आरोप में पुलिस को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा था परंतु इस मामले में अब नया मोड़ आ गया है और पुलिस ने पूर्व सचिव को निर्दोष करार दिया है।

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पत्रकारों से बातचीत करते पूर्व सचिव बलवीर सिंह ने बताया कि सहकारी कृषि सभा जोधेवाल के लाखों रुपये गबन मामले में उनको साजिश के तहत फंसाने की कोशिश की गई थी और सहकारिता विभाग ने 15 नवंबर 2018 को एक पत्र के जरिये पूर्व सचिव खिलाफ गबन का मामला दर्ज करने की मांग की थी। राणा बलवीर सिंह ने कहा कि उस पर आरोप लगाया था कि उसने 16 लाख रुपये की खाद का गबन किया है और एक सभा के साथ जुड़े मैंबर की वसूली रकम भी अपने पास रख ली है। उन्होंने बताया कि सहकारिता विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा 25 मार्च 2017 को सभी रिकार्ड का प्री-आडिट किया गया जिसमें खाद के गबन का कोई मामला सामने न आया। 28 फरवरी 2017 को निरीक्षक बलबीर सिंह ने सभा के खाद और सबंधित रिकार्ड की पड़ताल की जिसमें सब कुछ दुरुस्त पाया गया।

उन्होंने बताया कि 31 जनवरी 2017 को वह रिटायर हो गए और 12 अक्टूबर 2017 को सहकारिता विभाग समराला के सहायक रजिस्ट्रार द्वारा एक नोटिस जारी किया गया कि अभी तक नए सचिव को सभा का रिकार्ड, खाद और फर्नीचर का प्रभार नहीं दिया गया और लिखित रूप में जवाब दिया कि यह सारा रिकार्ड और फर्नीचर वह नए सचिव को सौंप चुका है और खाद के गोदामों वाले ताले तोड़ उसने यह सब कुछ अपने कब्जे में ले लिया। राणा बलवीर सिंह ने यह भी दावा किया कि 28 मई 2018 को सभा के उस समय तैनात प्रशासक द्वारा यह रिपोर्ट तैयार की गई कि सारा रिकार्ड नए सचिव को दिया जा चुका है और इस दिन ही सभा की इमारत में बने 2 कमरों के ताले लगे हुए हैं वह भी बिना उच्च अधिकारी की मंजूरी से तोड़ लिए गए और सारी खाद का प्रभार संभाल लिया गया। उन्होंने दावा किया कि उच्च अधिकारियों की रिपोर्ट में स्पष्ट लिखा है कि सभा के सचिव ने अपनी सेवामुक्ति के बाद 28 मई 2018 को सभा की खाद, फर्नीचर नए सचिव को सौंप दिया है। पुलिस से कार्रवाई संबंधी जानकारी मांगी

सहायक रजिस्ट्रार मनजीत कौर ने कहा कि कुछ महीने पहले पुलिस को जोधेवाल कृषि सभा में हुए गबन संबंधी मामला दर्ज करने के लिए पत्र लिखा था और उसमें सभा के सचिव को निर्दोष करार दे दिया है उस बारे जानकारी नहीं है। विभाग द्वारा पुलिस को यह पत्र लिखा गया है कि इस मामले में जो भी कार्रवाई की है उस संबंधी जानकारी दी जाए। गबन के झूठे आरोपों कारण उसकी पत्नी की मौत हुई

पूर्व सचिव बलवीर सिंह ने बताया कि लाखों रुपये गबन के आरोप के कारण उसकी जमीन अटैच कर ली गई जिससे उसको बेच न सकूं और तो और गांव में तीन जुलाई 2018 को पोस्टर भी लगा दिए गए। इन झूठे आरोपों के कारण और बिना किसी कारण से पत्नी संतोष रानी को 4 जुलाई 2018 को दिल का दौरा पड़ गया जिससे उसकी मौत हो गई।


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