Escalator की 12 महीने में 36 बार रिपेयरिंग, फिर भी नहीं मिल रहा सुविधा का लाभ
रेलवे स्टेशन के फ्रंट पर लगा एस्केलेटर (स्वचालित सीढिय़ां) आज तक सही से चल ही नहीं पाया है। हर दो चार दिन बाद यह खराब हो जाता है।
जेएनएन, लुधियाना। रेलवे स्टेशन के फ्रंट पर लगा एस्केलेटर (स्वचालित सीढिय़ां) आज तक सही से चल ही नहीं पाया है। हर दो चार दिन बाद यह खराब हो जाता है। रिपेयर होने के बावजूद भी इसमें सुधार नहीं हो पाया और अब इसे बंद कर दिया गया है। एस्केलेटर खराब होने से यात्रियों के साथ-साथ अब स्थानीय अधिकारी भी परेशान हो चुके हैं। अब सभी चाहते हैं कि इस एस्केलेटर को हटाकर नया एस्केलेटर लगाया जाए। स्टेशन के फ्रंट साइड में एस्केलेटर लगाए एक वर्ष हुए और रिपेयरिंग की गिनती हो तो 12 महीने में 36 बार रिपेयर के बाद भी ठीक नहीं हो पाया। इस तरह देखा जाए तो करोड़ों का एस्केलेटर बेकार हो गया है।
दस दिन भी सही ढंग से नहीं चला एस्केलेटर
रेलवे स्टेशन पर रविवार को यात्री सुरजीत सिंह, प्रमोद कुमार, वरिंदर चौधरी ने कहा कि वह अकसर देखते हैं कि स्टेशन के फ्रंट साइड वाला एस्केलेटर खराब ही रहता है। अब इसे बदल कर बढिय़ा कंपनी का एस्केलेटर लगाया जाना चाहिए, ताकि यात्रियों की परेशानी दूर हो सके। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में लगा एस्केलेटर एक वर्ष के दौरान लगातार दस दिन भी सही ढंग से नहीं चल पाया।
सिविल लाइन की ओर सही चल रही स्वचालित सीढिय़ां
सिविल लाइन की ओर लगाया एस्केलेटर ओपिंनग के बाद से सही ढंग से चल रहा है। अभी दो माह पूर्व इस एस्केलेटर का लोकार्पण किया गया है। वहीं अधिकारियों का कहना है कि सिविल लाइन की ओर आने-जाने वाले यात्री समझदार है, जिससे वे इससे छेड़छाड़ नहीं करते है।
एस्केलेटर की शिकायत शीर्ष अधिकारियों के पास भेजेंगे: सिंगला
लुधियाना रेलवे स्टेशन के डायरेक्टर अभिनव सिंगला से जब पूछा कि अब तो एस्केलेटर पूरी तरह खराब हो चुका है तो इसे बदल कर नया और अच्छी कंपनी का लगाया जाए। इस पर उन्होंने कहा कि एस्केलेटर की शिकायत शीर्ष अधिकारी के पास जल्द ही भेजी जाएगी, ताकि इस समस्या का हल हो सके।