एस्केलेटर पर करोड़ों रुपये खर्च, रेल यात्रियों को फिर भी नहीं मिल रही सुविधा
करोड़ों खर्च होने के बाद भी रेल यात्रियों को एस्केलेटर (स्वचालित सीढ़ी) सुविधा नसीब नहीं हो रही है। रेलवे स्टेशन पर एस्केलेटर कभी चलती है तो कभी बंद हो जाती है।
जेएनएन, लुधियाना। करोड़ों खर्च होने के बाद भी रेल यात्रियों को एस्केलेटर (स्वचालित सीढ़ी) सुविधा नसीब नहीं हो रही है। रेलवे स्टेशन पर लगाए जाने वाले उपक्रम घटिया होने से एस्केलेटर कभी चलती है, तो कभी बंद हो जाती है। रेल विभाग तो यात्रियों को आधुनिक सुविधा देने के लिए योजना पर अमल कर रहा है पर घटिया उपकरण लगाने से सब सफेद हाथी साबित हो रहा है। रेल विभाग ने यात्रियों के लिए एस्केलेटर पर करीब ढाई करोड़ रुपये खर्च किए, लेकिन इसकी क्वालिटी खराब होने से यात्रियों के साथ-साथ स्थानीय रेल अधिकारी भी परेशान हैं। अधिकारी बताते हैं कि रेलवे स्टेशन के फ्रंट पर एक साल पहले एस्केलेटर की सुविधा शुरू हुई, लेकिन यह अक्सर बंद हो जाती है।
जनवरी में शुरू होने का किया था दावा
सिविल लाइन की ओर एस्केलेटर बनाने का उद्घाटन करते समय सांसद रवनीत सिंह बिट्ट ने कहा था कि नए साल में यह एस्केलेटर यात्रियों को मिल जाएगी। सांसद ने बताया था कि जनवरी के पहले सप्ताह में इसे यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा। अब दो माह ऊपर हो चुके हैं फिर भी सिविल लाइन की ओर की एस्केलेटर बंद है। रेल अधिकारी बताते हैं कि कांट्रेक्टर अभी उनके हवाले नहीं किया जिस कारण यह बंद है। उन्होंने कहा कि कुछ खामियां है जिन्हें दूर करने के बाद यह एस्केलेटर यात्रियों के लिए खोला जाएगा।
दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए समस्या फिर वही
रेलवे ने एस्केलेटर की सुविधा दिव्यांगों और बुजुर्गों की परेशानी को कम करने के लिए व्यवस्था की थी। पर इन लोगों की परेशानी फिर वहीं की वहीं है। स्टेशन के फ्रंट वाला एस्केलेटर चलते-चलते रुक जाता है, तो लोग फिर मुश्किल में आ जाते हैं। वहीं सिविल लाइन की ओर वाला एस्केलेटर शुरू नहीं होने से यात्री वहां यही पूछते हैं कि यह कब से शुरू होगा।
दस दिनों में एस्केलेटर हो जाएगा शुरू : डायरेक्टर
स्टेशन डायरेक्टर अभिनव सिंगला से बात करने पर उन्होंने कहा कि दस दिनों के अंदर सिविल लाइन की ओर वाला एस्केलेटर काम करने लगेगा। फ्रंट वाले एस्केलेटर के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि इसके लिए विभाग के अधिकारियों को लिखा गया है। जल्द इसका भी हल होगा।