किसान आंदाेलन खत्म हाेने से इंडस्ट्री काे राहत, उद्यमी बाेले- रेल ट्रैक खोलने का फैसला हो स्थायी तभी पटरी पर लाैटेगा काराेबार
उद्यमियों ने मांग की है कि शीघ्र रेलाें को दोबारा आरंभ किया जाए ताकि पंजाब के हाेजरी उद्योग को राहत देने के साथ-साथ स्टील के कच्चे माल की शार्टेज को दूर किया जा सके। इस समय रेल यातायात बंद होने से इंडस्ट्री को इंपोर्ट-एक्सपोर्ट की समस्या है।
लुधियाना, [मुनीश शर्मा]। किसानों की ओर से 15 दिन के लिए रेल ट्रैक से उठने के प्रस्ताव के बाद पंजाब के उद्योगों में बड़ी राहत की उम्मीद जगी है। उद्योगपति इसे इंडस्ट्री ही नहीं बल्कि पंजाब की पूर्ण अर्थ व्यवस्था के लिए एक बेहतर फैसला मान रहे हैं। उद्यमियों का कहना है कि अगर किसान रेल ट्रैक खोलने का फैसला स्थाई करते है, तो ही इसका लाभ इंडस्ट्री को मिल पाएगा।
इसके साथ ही माेदी सरकार से भी उद्यमियों ने मांग की है कि शीघ्र रेलाें को दोबारा आरंभ किया जाए ताकि पंजाब के हाेजरी उद्योग को राहत देने के साथ-साथ स्टील के कच्चे माल की शार्टेज को दूर किया जा सके। इस समय रेल यातायात बंद होने से इंडस्ट्री को इंपोर्ट-एक्सपोर्ट से लेकर घरेलू बाजार में डिस्पैचिंग की समस्या है।
इतना ही नहीं इंपोर्ट बंद होने और कच्चा माल न आने से कई इंडस्ट्रीज प्रोडक्शन के आज तक के सबसे निचले स्तर पर चल रही हैं। अब देखने योग्य होगा किसानों, प्रदेश सरकार और केन्द्र सरकार के बीच कैसे समवन्य बैठता है और इंडस्ट्री को राहत मिलती है।
CICU ने किसानाें की पेशकश का किया स्वागत
चेंबर अॉफ इंडस्ट्रीयल एवं कमर्शियल अंडरटेकिंग (CICU) के प्रधान उपकार सिंह आहुजा ने कहा कि किसानों की ओर से की गई पेशकश का वह स्वागत करते हैं। लेकिन केवल पंद्रह दिन का समय दिए जाने के बाद केन्द्र सरकार के फैसले पर पंजाब का भविष्य टिका है। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री की सरकार से अपील है कि वे किसानों के साथ वार्ता कर बीच का रास्ता निकाले।
कोविड के चलते इंडस्ट्री बुरी तरह से प्रभावित
पहले ही कोविड के चलते इंडस्ट्री बुरी तरह से प्रभावित है। ऐसे में अगर ट्रेनें न चलाई गई, तो स्थिति बेहद खराब हो जाएगी। फास्टनर मैन्यूफेक्चरर एसोसिएशन के प्रधान नरिंदर भमरा ने कहा कि सरकार और किसानों कोे एक साथ बैठकर समस्या का समाधान तत्काल निकालना चाहिए। क्योंकि इससे सरकार और किसानों से ज्यादा अब इंडस्ट्री व आम जनता को नुकसान होना आरंभ हो गया है। इसलिए सरकार और किसानों के देश हित और पंजाब हित को ध्यान में रखकर रेल ट्रैक को बिना किसी रूकावट खोल देना चाहिए। हमें उम्मीद है कि केन्द्र सरकार भी इस फैसले में सहयोग करते हुए शीघ्र ट्रेनें चलाएगी।