कुत्तों के हमले से घायल हुए एकम की नहीं हो सकी सर्जरी
नगर निगम शहर में कुत्तों की संख्या पर नियंत्रण के लिए नसबंदी करवाने का दावा कर रहा है लेकिन निगम के दावे सिर्फ हवा हवाई हैं।
जासं, लुधियाना : नगर निगम शहर में कुत्तों की संख्या पर नियंत्रण के लिए नसबंदी करवाने का दावा कर रहा है लेकिन सब हवा हवाई हैं। शहर के अलग-अलग मोहल्लों में लावारिस कुत्तों के झुंड घूम रहे हैं। कई इलाकों में तो कुत्ते इतने आक्रामक हो गए हैं कि लोगों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया। वार्ड 56 के मोहल्ला ताजगंज में आठ साल के एकम को कुत्तों ने बुरी तरह नोचा। उसे स्वजनों ने सीएमसी अस्पताल में दाखिल करवाया। सोमवार को बच्चे की सर्जरी होनी थी लेकिन वह नहीं हुई।
वहीं ताजगंज मोहल्ले के लोगों ने नगर निगम के खिलाफ प्रदर्शन किया। इलाका निवासी व लिप कार्यकर्ता शालू छतवाल ने बताया कि ताजगंज मोहल्ले में कुत्ते लगातार लोगों को काट रहे हैं। वे निगम को इस बारे में शिकायत कर चुके हैं। उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। निगम की लापरवाही के कारण ही कुत्तों ने एकम को बुरी तरह नोचा है। उन्होंने बताया कि एकम को सीएमसी अस्पताल में दाखिल किया गया है। कुत्तों ने उसकी टांग पर बहुत बुरी तरह काटा है और उससे मांस निकल गया है। डाक्टरों ने उस हिस्से की सर्जरी करने को कहा था, लेकिन सोमवार को डाक्टरों ने कह दिया कि बच्चा बहुत कमजोर है उसकी सर्जरी नहीं की जा सकती। उन्होंने बताया कि बच्चे को काटने के बाद भी निगम ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस वजह से लोगों ने निगम के खिलाफ प्रदर्शन किया। सीनियर डिप्टी मेयर बोले, समस्या से निपटने के लिए निगम खुद परेशान
सीनियर डिप्टी मेयर शाम सुंदर मल्होत्रा का कहना है एनिमल वेलफेयर बोर्ड की गाइडलाइन के मुताबिक कुत्तों को उनकी जगह से उठा नहीं सकते। ऐसे में समस्या से निपटने में नगर निगम को बड़ी परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि निगम ज्यादा से ज्यादा कुत्तों की नसबंदी करवा सकता है, लेकिन उसके बाद भी कुत्तों को उसी एरिया में छोड़ा जाता है।