शिक्षा विभाग को टालने पड़ गए एंड लाइन टेस्ट, जानें क्या रही वजह
टीचर्स के विरोध के कारण शिक्षा विभाग को पढ़ो पंजाब के तहत होने वाले एंड लाइन टेस्ट भी टालने पड़े हैं।
राजेश भट्ट, लुधियाना: सरकारी स्कूलों के टीचर्स पिछले दो सप्ताह से लगातार पंजाब सरकार के खिलाफ धरने पर पटियाला में जमे हुए हैं। साझा अध्यापक मोर्चा ने अब पढ़ो पंजाब प्रोजेक्ट का विरोध करना शुरू कर दिया। टीचर्स के विरोध का साइड इफेक्ट अब शिक्षा विभाग की कारगुजारी पर दिखने लगा है। टीचर्स के विरोध के कारण शिक्षा विभाग को पढ़ो पंजाब के तहत होने वाले एंड लाइन टेस्ट भी टालने पड़े हैं। विभाग ने सभी ब्लॉक मेंटर्स को हिदायतें जारी की हैं कि आगामी आदेशों तक एंड लाइन टेस्ट न लिए जाएं।
पढ़ो पंजाब प्रोजेक्ट के तहत 17 अक्टूबर से स्कूलों में छठी कक्षा से दसवीं कक्षा तक के अंग्रेजी विषय के एंड लाइन टेस्ट होने थे। 17 अक्टूबर को ब्लॉक मेंटर्स जब स्कूलों में टेस्ट लेने गए तो टीचर्स ने इसमें शामिल होने से मना कर दिया। जिसकी रिपोर्ट मेंटर्स की तरफ से सेक्रेटरी एजुकेशन को भेजी गई। इसके बाद विभाग ने फिलहाल एंड लाइन टेस्ट टाल दिए हैं। टीचर्स यूनियनों ने साफ कर दिया कि वह पढ़ो पंजाब के किसी भी प्रोजेक्ट में विभाग को सहयोग नहीं करेंगे। टीचर्स के खुलकर विरोध करने के बाद अब कृष्ण कुमार के इस ड्रीम प्रोजेक्ट पर खतरा मंडराने लगा है। पढ़ो पंजाब के वाट्सएप ग्रुप छोड़ने लगे टीचर्स
सेक्रेटरी एजुकेशन कृष्ण कुमार ने पढ़ो पंजाब को प्रभावी तरीके से लागू करने और प्रोजेक्ट की मॉनीटरिंग के लिए वाट्सएप ग्रुप बनाए हैं। टीचर्स ने अब एक के बाद एक उन ग्रुपों को छोडऩा शुरू कर दिया है। टीचर्स ने साफ कर दिया कि जब वह पढ़ो पंजाब प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे हैं तो उन ग्रुपों में रहने का क्या फायदा? विभाग ने सेमिनार भी टाले
सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले टीचर्स को शिक्षा विभाग की तरफ से विषय के हिसाब से नई तकनीक से रूबरू करवाया जाता है। इसके लिए ब्लॉक स्तर पर सेमिनार का आयोजन किया जाता है। विभाग ने अब फिलहाल अपने सेमिनार शेडयूल को भी स्थगित कर दिया है।