जब गुस्साईं डिप्टी डायरेक्टर बोलीं, एडीसी की उम्र से ज्यादा है मेरा तजुर्बा
लुधियाना में रोजगार कार्यालय की सीनियर सहायक जसविंदर कौर ने एक फाइल के मामले में तीन घंटे तक एडीसी कार्यालय में बंद रखने का आरोप लगाया है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। यहां एक सीनियर सहायक को कथित रूप से बंधक बनाए जाने को लेकर उस विभाग की डिप्टी डायरेक्टर ने एडीसी को ही आड़े हाथों ले लिया है। मामले ने उस वक्त तूल पकड़ा रोजगार कार्यालय की सीनियर सहायक जसविंदर कौर ने तीन घंटे तक एडीसी विकास शेना अग्रवाल के कार्यालय के वेटिंग रुम में बंधक बनाकर रखने का आरोप लगाया। इस पर गुस्साईं रोजगार जनरेशन व ट्रेनिंग विभाग की डिप्टी डायरेक्टर मीनाक्षी शर्मा ने शुक्रवार को एडीसी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने एडीसी कार्यालय के सामने मीडिया से बात करते हुए एडीसी के इस्तीफे मांग उठाई। तंज किया कि जितनी एडीसी की उम्र है, उससे अधिक तो उनका तजुर्बा है।
इधर, डीसी आफिस इंप्लाइज यूनियन ने भी आरोप लगाने वाली सीनियर सहायक जसविंदर कौर का समर्थन करने का एलान कर दिया है। यूनियन के जिला प्रधान प्रकाश सिंह ने कहा कि यूनियन को एडीसी के इस रवैए पर एतराज है। मिनी सचिवालय पहुंची विभाग की डिप्टी डायरेक्टर व यूनियन पदाधिकारियों ने एडीसी से मुलाकात करनी चाही पर एडीसी कार्यालय ही नहीं पहुंची। डिप्टी कमिश्नर प्रदीप अग्रवाल भी इस दौरान कार्यालय में मौजूद नहीं थे।
बता दे रोजगार कार्यालय की सीनियर सहायक जसविंदर कौर ने आरोप लगाया था कि एडीसी ने बिजली के मीटर की पेडिंग फाइल पर डिप्टी डायरेक्टर के हस्ताक्षर न होने पर उन्हें तीन घंटे तक एडीसी कार्यालय के वेटिंग रुम में बंद रखा था। इसके बाद से उनके विभाग के कर्मचािरयों में एडीसी के रवैये के खिलाफ गहरा रोष है। देखने वाली बात होगी तीन महिला अफसरों से जुड़े इस मामले में प्रशासन क्या कार्रवाई करता है।