Move to Jagran APP

डेंटिस्ट ने खोले क्लीनिक, अभी सिर्फ इमरजेंसी केस ही देख रहे

जिले में दिन में क‌र्फ्यू हटते ही अब डेंस्टिट ने अपने क्लीनिक खोलने शुरू कर दिए हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 May 2020 07:00 AM (IST)Updated: Sat, 23 May 2020 07:00 AM (IST)
डेंटिस्ट ने खोले क्लीनिक, अभी सिर्फ इमरजेंसी केस ही देख रहे

जासं, लुधियाना : जिले में दिन में क‌र्फ्यू हटते ही अब डेंस्टिट ने अपने क्लीनिक खोलने शुरू कर दिए हैं। हालांकि, अभी केवल इमरजेंसी केस ही देखे जा रहे हैं।

loksabha election banner

डेंटिस्ट कोरोना के खतरे को भांपते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन, स्वास्थ्य मंत्रालय व डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से जारी गाइडलइन का सख्ती से पालन कर रहे हैं। डेंटिस्ट की ओर से कई नियम बनाए गए हैं। जो मरीज इनका पालन कर रहे हैं, उन्हें ही क्लीनिक में एंट्री दी जा रही है। पहले फोन पर टेलीस्क्रीनिग हो रही है, इसके बाद क्लीनिक में आने के बाद उनकी स्क्रीनिग की जा रही है। वह लोगों से अपील भी कर रहे हैं कि कोरोना से बचने के लिए फिजिकल डिस्टेंस का ध्यान रखें और जरूरी हो तो ही डॉक्टर के पास आएं। गाइडलाइन के अनुसार देंगे ट्रीटमेंट: डॉ. सग्गड़

डॉक्टर विवेक सग्गड़ डेंटल केयर एंड क्योर सेंटर के प्रमुख डेंटिस्ट डॉ. विवेक सग्गड़ कहते हैं कि हम दो महीने बाद क्लीनिक खोल रहे है। गवर्नमेंट ऑफ इंडिया की गाइडलाइन के मुताबिक अभी हम केवल इमरजेंसी प्रोसीजर दे सकते हैं। हमें काम करते वक्त फिजिकल डिस्टेंस मेनटेन करना मुश्किल है, क्योंकि हमने मरीज के मुंह में हाथ डालकर काम करना होता है। ऐसे में हमें व‌र्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन, गवर्नमेंट ऑफ इंडिया व डेंटल कौंसिल ऑफ इंडिया की ओर से कुछ नई गाइडलाइन जारी की गई है। अभी हम केवल सिर्फ अप्वाइंटमेंट में देख सकेंगे। क्लीनिक में केवल पेशेंट को ही आने दे रहे हैं। क्लीनिक के टॉयलेट बंद कर दिए हैं। ये हैं मरीज के लिए गाइडलाइन

-क्लीनिक में आने से एक दिन पहले दिन में दो बार आधा मिनट से एक मिनट तक मरीज को आयोडीन बेस्ड माउथ वॉश से कुरली करनी होगी।

-यही प्रक्रिया उन्हें क्लीनिक में आने वाले दिन दोहरानी होगी।

-क्लीनिक आने से पहले साबुन से चेहरे को अच्छी तरह से धोकर व मास्क पहनकर आना होगा।

-कोहनी से क्लीनिक का दरवाजा खोलेगा।

-पैर से प्रेस करके सैनिटाइजर हाथ में लेकर रगड़ना होगा।

-शू कवर, ग्लव्ज व कैप पहनना होगा। क्लीनिक में बनाए सर्किल में खड़ा होना होगा। जहां रिस्पेशनिस्ट मरीज की मेडिकल हिस्ट्री पूछेगी। -मरीज को एक सहमति फार्म भरना होगा। तब जाकर उसे ट्रीटमेंट एरिया में आने दिया जाएगा। पीपीई किट पहनकर ट्रीटमेंट कर रहे: डॉ. पीएस ग्रोवर

डॉ. ग्रोवर डेंटल एंड इंप्लांट सेंटर के प्रमुख व आइडीए लुधियाना के अध्यक्ष डॉ. पीएस ग्रोवर का कहना है कि सरकार के दिशानिर्देशों के बाद हमने क्लीनिक खोल दिए हैं। हालांकि अभी केवल अप्वाइंटमेंट पर इमरजेंसी केस ही देख रहे हैं। क्लीनिक में डेंटिस्ट और स्टाफ पीपीई किट पहनकर मरीज को देख रहे हैं। क्लीनिक में केवल पेशेंट को आने की अनुमति दी जा रही है जबकि अटेंडेंट को बाहर बैठने को कह रहे हैं। पेशेंट को गेट पर ही सबसे पहले हाथ सैनिटाइज करवा रहे हैं। फिर बीटाडीन से पांच मिनट तक गारगल्स करवा रहे हैं। उन्हें मास्क व ग्लव्ज पहनने को दिया जा रहा है। मरीज के ट्रीटमेंट से पहले और बाद में पूरे एरिया को सैनिटाइज कर रहे हैं। पहले टेली स्क्रीनिग, फिर क्लीनिक में दे रहे ट्रीटमेंट

स्माइल डेंटल क्लीनिक के प्रमुख व आइडीए सेक्रेटरी डॉ. आत्मजीत सिंह ने बताया कि वह भी अभी केवल इमरजेंसी में मरीज का ट्रीटमेंट कर रहे हैं। इमरजेंसी ट्रीटमेंट में अनकंट्रोल ब्लीडिग, किसी तरह की ऐसी इंफेक्शन जो शरीर में फैल सकती है, हड्डी व जबड़े में फ्रेक्चर या कोई ऐसा डैमेज जो सांस को बंद कर दे, शामिल हैं। जब भी कोई इमरजेंसी मरीज हमें कॉल करता है, तो हम पहले फोन पर ही उससे सारी जानकारी ले रहे हैं जिसे टेलीस्क्रीनिग कहते हैं। इसमें हम निर्णय लेते हैं कि पेशेंट क्लीनिक में आए या न आएं। जब पेशेंट क्लीनिक में आता है, तो गेट के बाहर ही हैंडवॉश और सैनिटाइज करवाते हैं। पेशेंट को शू कवर, मास्क, ग्लव्ज, गाउन व हेड कैप पहनने को देते हैं। कंसल्टेश्न चैंबर में डॉक्टर मरीज से उसकी मेडिकल व ट्रैवल हिस्टी पूछते हैं। फिर वेटिग एरिया में उससे बीटाडीन के कुरले करवाते हैं। फिर डेंटिस्ट के पास भेजा जाता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.