सैकड़ों लोगों ने दी विक्की बादशाह को अंतिम विदाई
सूफी गायकी से हर महफिल को चार चांद लगाने वाले विक्की बादशाह सोमवार को पंचतत्व में विलीन हो गए।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : सूफी गायकी से हर महफिल को चार चांद लगाने वाले विक्की बादशाह सोमवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। उनका अंतिम संस्कार भट्टियां के श्मशानघाट में किया गया। अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोगों सहित पंजाबी गायक, सूफी कलाकारों ने शमूलियत की। गमगीन माहौल में सभी की आंखें नम थीं। विक्की बादशाह की मौत की खबर जैसे ही लोगों तक पहुंची, उनके चाहने वालों की भीड़ घर में जुटना शुरू हो गई। कई कलाकार भी इस दौरान शामिल हुए। सूफी गायक विक्की बादशाह अपने पीछे मां, पत्नी, तीन बेटियों व एक बेटे को छोड़ गए हैं। अंतिम विदाई के समय गायक फिरोज खान, गायक अमरिदर बॉबी, रंजीत राणा, राजन गिल, काके शाह, सरदार अली, दीपक हंस समेत कई अन्य कलाकार पहुंचे। विक्की बादशाह के भाई गांधी रत्ती ने बताया कि वह पांच भाई थे, जिनमें से दो की पहले ही मौत हो चुकी है और अब विक्की की मौत हो गई है। उनका परिवार पिछले लंबे समय से गायकी के साथ जुड़ा हुआ है। शव को उनके भाई ने मुखाग्नि दी। इस दौरान विजय दानव, चौधरी यशपाल, अश्वनी सहोता, नरेश धींगान और सुरिदर अटवाल ने परिवार के साथ दुख सांझा किया। गहरे सदमे में हूं : फिरोज खान
गायक फिरोज खान ने दुख का इजहार करते हुए कहा कि वह विक्की बादशाह की मौत से गहरे सदमे में हैं। उन्हें जैसे ही पता चला कि उनकी मौत हुई है वह सन्न रह गए। सूफी गायकी का एक अध्याय गया : जी खान
विक्की बादशाह की मौत के बाद सूफी गायकी का एक अध्याय समाप्त हो गया है। विक्की बादशाह ने सूफी गायकी के लिए सराहनीय काम किया है। उनका नाम हर सूफी महफिल में अदब से लिया जाता रहेगा।