विवादों में घिरी विधायक गुरकीरत कोटली की 'क्रेडिट बैठक', कांग्रेसी पार्षदों को नहीं दिया निमंत्रण
नौ महीनों से लटके खन्ना के सीवरेज प्रोजेक्ट के टेंडरों के खुलने के बाद खन्ना के विधायक गुरकीरत कोटली द्वारा क्रेडिट लेने को बुलाई गई बैठक ही विवादों में घिर गई है।
जागरण संवाददाता, खन्ना: नौ महीनों से लटके खन्ना के सीवरेज प्रोजेक्ट के टेंडरों के खुलने के बाद इसका क्रेडिट लेने को खन्ना के विधायक गुरकीरत कोटली द्वारा क्रेडिट लेने को बुलाई गई बैठक ही विवादों में घिर गई है। मुख्य रूप से रेलवे लाइन के इलाके के लोगों के लिए संजीवनी बनने वाले इस प्रोजेक्ट में उसी इलाके के तीन कांग्रेसी पार्षदों को निमंत्रण तक नहीं दिया गया, जबकि लंबे समय से ये पार्षद सीवरेज प्रोजेक्ट के लिए लड़ाई लड़ते आ रहे हैं। आने वाले समय में इसे लेकर पार्टी के भीतर कलह बढ़ने की आशंका है।
जिन्होंने मेहनत की, उन्हें बुलाया ही नहीं: लाली
वार्ड 3 से कांग्रेसी पार्षद गुरfमदर लाली ने कहा कि उन्होंने प्रोजेक्ट के लिए मेहनत की और सीएम से कईं बार मिले। लेकिन, उन्हें ही बैठक का कोई निमंत्रण नहीं दिया गया। यह सब उनकी समझ से परे है। लाली ने कहा कि विधायक कोटली ने टेंडरों के लिए मेहनत की है, लेकिन अन्य किसी ने भी इसमें कुछ नहीं किया। फिर भी वे लोग क्रेडिट लेने में लगे हैं।
शायद पार्टी को वर्करों की जरूरत नहीं : नीटा
वार्ड 6 के पार्षद सुनील कुमार नीटा ने कहा कि नेताओं को चुनाव के समय में उनकी याद आ जाती है और उसके बिना कोई निमंत्रण देने के लिए फोन भी नहीं करता। उन्हें बैठक में किसी ने बुलाया तक नहीं। इससे घटिया कोई बात ही नहीं हो सकती। अपनी ही पार्टी के पार्षदों को दरकिनार कर क्या साबित करने की कोशिश की जा रही है। शायद पार्टी को वर्करों की जरूरत ही नहीं। हमने सिर्फ वार्ड इंचार्जो को फोन किए: पाठक ब्लॉक कांग्रेस प्रधान ज¨तदर पाठक ने कहा कि उन्होंने केवल पार्टी द्वारा लगाए गए वार्ड इंचार्जो को फोन कर बुलाया था। पार्षदों को बुलाने की जिम्मेवारी खन्ना नगर कौंसिल की थी। इसमें पार्टी का कोई दखल नहीं था। वैसे भी यह पार्टी का कार्यक्रम नहीं था।
नगर कौंसिल का कार्यक्रम नहीं था : मेहता
नगर कौंसिल प्रधान विकास मेहता ने कहा कि बैठक कौंसिल कार्यालय में जरूर हुई थी, लेकिन यह कौंसिल का कार्यक्रम नहीं था। नगर कौंसिल में तो मंगलवार की छुट्टी थी। आखिरी समय में ही बैठक का कार्यक्रम बना था और इस दौरान कई फोन किए गए। संभव है कि कुछ फोन करने रह गए हैं। लेकिन, ऐसा जानबूझकर नहीं किया गया।