लुधियाना में CPIM का आंदोलन, गरीबों को हर महीने 7500 रुपये व 10 किलो राशन देने की मांग
कार्यकर्ताओं की मांग है की तीन महीने के बिजली बिल से उपभोक्ताओं को निजात मिले और सरकार बेरोजगार हुए लोगों को देखते हुए उन्हें हर महीने 7500 रुपए का तत्काल इंतजाम करें।
लुधियाना, जेएनएन। सीपीआईएम(पंजाब) के कार्यकर्ता लगातार सरकार के खिलाफ देशव्यापी आंदोलनों का आयोजन कर रहे हैं। यह आंदोलन पिछले ढाई महीनों से लॉकडाउन में अलग-अलग तारीख को अलग-अलग संगठनों द्वारा किया जा रहा है। सभी संगठन के कार्यकर्ताओं की यह मांग है कि वह तालाबंदी में छह महीने तक उन लोगों को 7500 रुपए दे, सरकार जो इनकम टैक्स के दायरे के बाहर आते हैं और साथ ही प्रत्येक बेरोजगार को हर महीने 10 किलो राशन के साथ उसे अन्य घरेलू सामग्री उपलब्ध कराएं। कार्यकर्ताओं की मांग है की तीन महीने के बिजली बिल से उपभोक्ताओं को निजात मिले। जमीनी स्तर पर बेरोजगारी से युवा और मजदूर अवसाद के शिकार हो रहे हैं और आत्महत्या करने पर विवश है।
लुधियाना में मंगलवार को राजीव गांधी कॉलोनी सीपीआईएम ब्रांच कमेटी ने अपनी मांगों को लेकर आंदोलन किया। इसके साथ ही उन्होंने जनता को जागरूक करने का प्रयास किया। उन्होंने बताया की सरकारें आती-जाती रहती हैं, लेकिन देश के लोगों का जीना बहुत जरूरी है। इसके लिए उन्हें जरूरी खाद्यान्न की आपूर्ति के लिए सरकार से संघर्ष करना चाहिए। इससे मजदूरों और बेरोजगार युवाओं का कुछ सहयोग हो सके।
सभा को संबोधित करते हुए कामरेड सुखविंदर सिंह लोटे ने कहा की देशवासियों को तब तक सरकारें बदलती रहनी चाहिए। जब तक देश में देशवासियों की सरकार न बन जाए। उनकी भलाई के लिए प्रतिबद्ध सरकार के लिए देश की जनता को सड़कों पर आंदोलन करना होगा। सरकार चुनाव जीत सकती है। संसद उनकी हो सकती है लेकिन सड़क आज भी जनता की है और सदैव ही सड़कों पर आंदोलन होते रहेंगे। सभा में कामरेड सोनू पासवान, कामरेड अमरजीत सिंह, डॉ. विजेंद्र गजेंद्र सिंह, आनंद हलदर, जगदीश पासवान, सोनिया देवी और तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहे।