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लुधियाना में कोविड बेड फुल, भटकते दिखे जिंदगी के लिए जूझ रहे मरीज; जानें शहर के अस्पतालों में क्या हैं हालात

लुधियाना के बड़े निजी अस्पतालों में लेवल-2 व लेवल-3 बेड फुल हो चुके हैं। सिविल अस्पताल में भी गंभीर मरीजों के लिए लेवल-3 के बेड उपलब्ध नहीं हैं। मरीजों के परिवार को बेड का इंतजाम करने के लिए एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में भटकना पड़ रहा है।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Mon, 26 Apr 2021 09:26 AM (IST)Updated: Mon, 26 Apr 2021 09:26 AM (IST)
लुधियाना में कोविड बेड फुल, भटकते दिखे जिंदगी के लिए जूझ रहे मरीज; जानें शहर के अस्पतालों में क्या हैं हालात
लुधियाना में रविवार को परिजन मरीजों को लेकर भटकते दिखे।

लुधियाना, जेएनएन। जिले में कोरोना ने कोहराम मचा रखा है। गंभीर मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में शहर के बड़े निजी अस्पतालों में लेवल-2 व लेवल-3 बेड फुल हो चुके हैं। सिविल अस्पताल में भी गंभीर मरीजों के लिए लेवल-3 के बेड उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे में जिंदगी के लिए जूझ रहे मरीजों के परिवार को बेड का इंतजाम करने के लिए एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में भटकना पड़ रहा है।

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रविवार को शहर में कुछ इसी तरह परिजन मरीजों को लेकर भटकते दिखे। दरअसल रविवार को निजी अस्पतालों के गेट से ही सिक्योरिटी गार्ड बेड नहीं होने की बात कहकर लौटा रहे थे। ऐसे में हार कर जब वे सिविल अस्पताल में पहुंच रहे थे तो वहां भी इमरजेंसी में स्टाफ बेड न होने की बात कहकर लौटाता दिखा। इस पर परिजन स्टाफ पर भड़क गए और जिला प्रशासन के समक्ष शिकायत करने की बात कही। इसके बाद कई मरीजों को भर्ती किया गया।रविवार को दैनिक जागरण ने अस्पतालों का दौरा किया तो पाया कि सिविल अस्पताल सहित जिले के बड़े निजी अस्पतालों में आक्सीजन, वेंटीलेटर, एचएफएचओ व एनआरएम वाले लेवल-2 व लेवल-3 के बेड फुल हो चुके थे।

शहर के अस्पतालों के हालात

सीएमसी अस्पताल

सीएमसी अस्पताल में कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए 150 बेड हैं। लेवल-2 के 100 और लेवल-3 के 50 बेड हैं। रविवार शाम सात बजे तक सभी बेड फुल थे। अस्पताल के डिप्टी मेडिकल सुपङ्क्षरटेंडेंट डा. अमित गुलरेज ने कहा कि बेड की कमी है। हालांकि अगर कोई गंभीर मरीज आ रहा है तो हम एडजस्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। बुधवार तक हम कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए 25 आक्सीजन बेड का इंतजाम कर लेंगे।

सिविल अस्पताल

सिविल अस्पताल के कोविड आइसोलेशन सेंटर में भी आइसीयू बेड फुल हो चुके थे। ऐसे में दो गंभीर मरीजों को लौटा दिया गया। एसएमओ हङ्क्षतदर कौर ने कहा कि हमारे पास कुल 150 बेड हैं। इसमें से आइसीयू के 16 बेड हैं, बाकी आक्सीजन वाले बेड हैं। आइसीयू बेड फुल हो चुके हैं। लेवल-3 के बेड न होने की वजह से हमने दो मरीजों को दूसरे अस्पतालों में भेजा गया। लेवल टू के सभी पेशेंट को भर्ती किया जा रहा है।

मोहनदेई ओसवाल अस्पताल

मोहनदेई ओसवाल अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए कुल 80 बेड की व्यवस्था है। इसमें से लेवल टू 56 बेड और लेवल 14 बेड हैं। रविवार शाम पांच बजे तक सभी बेड फुल थे। अस्पताल के हेड आपरेशंस योगेंंद्र अवधिया का कहना था कि हमारे हाथ खड़े हो चुके हैं। हम कोरोना के दो मरीजों को छुïट्टी देते हैं तो आधे घंटे में ही चार मरीज आ जाते हैं। हालांकि मंगलवार तक हम कुछ और बेड बढ़ा रहे हैं।

एसपीएस अस्पताल

एसपीएस अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 80 बेड हैं। इसमें लेवल-2 में 57 और लेवल थ्री के 19 बेड हैं। चार बेड इमरजेंसी में हैं। रविवार शाम छह बजे तक सभी बेड फुल हो चुके थे। मेडिकल सुपङ्क्षरटेंडेंट डा. आर कुंद्रा ने कहा कि अभी हमारे पास जगह नहीं हैं। ऐसे में मरीजों को लौटाना पड़ता है। वैसे तो कई मरीजों के परिजन आने से पहले बेड के बारे में पूछ लेते हैं, जिन्हें फोन पर ही मना कर दिया जाता है। फिलहाल करीब 15 बेड बढ़ाने का प्रयास जारी है।

दीप अस्पताल

दीपक अस्पताल के हेड आपरेशन आशीष साहनी ने कहा कि हमने कोरोना संक्रमितों के लिए लेवल टू के 15 बेड रखे थे, फिर हमने 20 बेड किए और अब 27 बेड हैं। रविवार दोपहर तक सभी बेड फुल हो चुके थे। अगर हमारे पास कोई गंभीर मरीज आ रहा है तो उन्हें दूसरे अस्पतालों में रेफर कर रहे हैं।

फर्टिस अस्पताल

फोर्टिस अस्पताल लुधियाना में लेवल-2 के 28 व लेवल-3 के 23 बेड हैं, जोकि दोपहर दो बजे ही फुल हो चुके थे। मेडिकल सुपरिंटेडेंट डा. शैली ने कहा कि हम बेड बढ़ाने जा रहे है। दो-तीन दिन में बेड बढ़ा दिए जाएंगे।

अरोड़ा न्यूरो सेंटर

अरोड़ा न्यूरो सेंटर में लेवल-2 के 25 और लेवल-3 के 10 बेड हैं। सभी बेड दोपहर एक बजे बेड फुल हो चुके थे।


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