काेराेना ने फीका किया किसान मेले का रंग, PAU Inputs app पर किसानों ने ऑनलाइन बीज करवाए बुक
पीएयू के वेजिटेबल सीड के प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. राजिंदर सिंह के अनुसार एप को लेकर किसानों का रिस्पांस अच्छा रहा। रबी सीजन में वह वेजिटेबिल किट दे रहे हैं।
लुधियाना, जेएनएन। कोरोना काल से पहले जब किसान मेला होता था, तो पीएयू के विकसित किए फसलों के बीज खरीदने के लिए यूनिवर्सिटी कैंपस सहित प्रदेश में विभिन्न जगहों पर लगाए जाने वाले मेलों में किसानों की भीड़ पहुंचती थी। मगर इस बार कोरोना के चलते ऐसा संभव नहीं हुआ।
ऐसे में किसानों को बीज उपलब्ध करवाने के लिए पीएयू ने फार्म इनपुट एप तैयार किया। इस एप की मदद से किसान घर बैठे अपने जिले में ही पीएयू के बीज केंद्रों से बीज बुक करवा दिए गए समय पर जाकर प्राप्त कर सकते हैं। इससे पहले की तरह किसानों को बीज लेने के लिए लाइनों में नहीं लगना पड़ेगा। वर्चुअल किसान मेले के दौरान किसानों ने इसी एप के जरिए रबी सीजन की फसलों के बीज बुक करवाए।
किसानों का रिस्पांस अच्छा, रबी सीजन के लिए सौ रुपये में वेजिटेबल किट
पीएयू के वेजिटेबल सीड के प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. राजिंदर सिंह के अनुसार एप को लेकर किसानों का रिस्पांस अच्छा रहा। रबी सीजन में वह वेजिटेबिल किट दे रहे हैं। इस किट में गाजर, मूली, शलगम, पालक, धनिया, मेथी, मेथा, मटर, साग, ब्रोकली के बीज होते हैं। किट की कीमत महज सिर्फ सौ रुपये है।
यह किट किचन गार्डनिंग के लिए दी जा रही है। इसके अलावा गेहूं के बीज दिए जा रहे हैं जिसमें गेहूं की उन्नत पीबीडब्ल्यू 343, उन्नत पीबीडब्ल्यू 550, पीबीडब्ल्यू 677, पीबीडब्ल्यू 725, एचडी 3986, एचडी 2967, पीबीडब्ल्यू 660, पीबीडब्ल्यू 658, पीबीडब्ल्यू 752 वैरायटी के बीज दिए जा रहे हैं। साथ ही चना, मसर, गोभी सरसों, राया सरसों व अलसी के बीज भी किसान ले सकते हैं।
तकनीकी खामी आई, लिंक नहीं खुला, ऑडियो में भी दिक्कत रही
पीएयू ने करीब एक लाख किसानों में वेब लिंक को साझा किया था। किसानों ने बताया कि दोपहर करीब सवा बारह बजे तक यह लिंक नहीं खुल रहा था। जब भी लिंक पर क्लिक कर रहे थे, तो बार-बार यह आ रहा था कि इस साइट पर नहीं पहुंचा जा सकता। करीब साढ़े बारह बजे के बाद काफी समय लेकर लिंक खुला तो आवाज में दिक्कत आ रही थी। काफी बार तो कनेक्टिविटी में समस्या आ रही थी।