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लुधियाना में रेगुलर किए जाने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे कांट्रेक्ट मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर्स

संघर्ष कमेटी की कन्वीनर किरणजीत कौर ने कहा कि कांट्रेक्ट वर्कर्स 14 साल से महज 15 हजार रुपये वेतन पर सेवाएं दे रहीं हैं। पंजाब सरकार उन्हें रेगुलर करे।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Tue, 28 Jul 2020 05:30 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jul 2020 05:30 PM (IST)
लुधियाना में रेगुलर किए जाने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे कांट्रेक्ट मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर्स
लुधियाना में रेगुलर किए जाने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे कांट्रेक्ट मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर्स

लुधियाना, जेएनएन। कांट्रेक्ट मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर यूनियन (फीमेल) व रेगुलर मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर यूनियन (मेल) की संयुक्त संघर्ष कमेटी ने दूसरे दिन भी सिविल सजर्न दफ्तर में भूख हड़ताल जारी रखी।

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संघर्ष कमेटी की कन्वीनर किरणजीत कौर ने बताया कि सूबे में तीन हजार से अधिक कांट्रेक्ट वर्कर 14 साल से महज 15 हजार रुपये वेतन पर सेवाएं दे रहीं हैं। इतने कम वेतन में भी वह अपनी जान जोखिम में डालकर फ्रंटलाइन पर रहकर कोरेाना से जंग लड़ रही हैं। एक महीना पहले सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू से एक मीटिंग हुई थी, जिसमें मांग की गई थी कि कोरोना काल में निष्ठा से निभाई ड्यूटी के लिए वर्करों को इनाम मिलना चाहिए। पंजाब में फीमेल वर्करों की 1900 पोस्टें खाली पड़ी हैं, जिन पर कांट्रेस्ट वर्करों को एडजस्ट किया जाना चाहिए। सेहतमंत्री ने उनकी इस मांग पर सहमति भी व्यक्त की थी लेकिन अब सरकार ने 600 पोस्टों के लिए डायरेक्ट भर्ती का विज्ञापन जारी कर दिया है।

सरकार का कहना है कि कांट्रेक्ट वर्कर इसमें भर्ती के लिए आवेदन करें। उन्हें दस साल के अनुभव के एक्सट्रा मार्क्‍स दिए जाएंगे, लेकिन उन्हें बाकी आवेदकों की तरह ही टेस्ट क्लीयर करना पड़ेगा। किरणजीत कौर ने कहा कि वह लोग पहले ही टेस्ट क्लीयर करके व सभी औपचारिकताएं पूरी कर महकमे में भर्ती हुए थे। इसलिए उनका दोबारा टेस्ट लेना उचित नहीं है। कई साल से कांट्रेक्ट पर काम करने के दौरान 70 फीसद महिलाकर्मी भर्ती के लिए 45 साल की तय आयु सीमा पार कर चुकी हैं। इसलिए वह आवेदन ही नहीं कर पाएंगी। सरकार सीधी भर्ती करने के बजाय उन वर्करों को रेगुलर करे जो 14 साल से मामूली वेतन पर सेवाएं दे रही हैं।

सात अगस्त को मोती महल के घेराव की चेतावनी

इसके अलावा मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर मेल के प्रोबेशन पीरियड की शर्त खत्म की जाए। कोरोना काल में ड्यूटी के लिए इनसेंटिव दिया जाना चाहिए। इन मांगों को लेकर शुक्रवार से सभी जिलों में भूख हड़ताल शुरू हो चुकी थी। अब लुधियाना में भी भूख हड़ताल शुरू हो गई है। रोजाना पांच कर्मचारी भूख हड़ताल पर बैठेंगे। इसके बावजूद सरकार ने मांगें नहीं मानी तो सात अगस्त को पटियाला में मोती महल का घेराव किया जाएगा।

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