पंजाब में कैप्टन की नहीं सुन रहे कांग्रेसी, विधायक के OSD ने लगवाया मोबाइल टावर पर ताला
पंजाब के कांग्रेसी अपने ही मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की ही नहीं सुन रहे हैं। आम कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी के विधायक भी कैप्टन की बात नहीं मान रहे। अब कांग्रेस के एक विधायक के ओएसडी ने मोबाइल टावर पर ताले लगवा दिए।
खन्ना/लुधियाना, संगरूर, जेएनएन। पंजाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की कांग्रेसी ही नहीं सुन रहे हैं। कैप्टन की राज्य में मोबाइल टावरों को नुकसान न पहुंचाने की अपील को कांग्रेसी ही नजरअंदाज कर रहे हैं। खन्ना के कांग्रेस विधायक गुरकीरत सिंह कोटली के ओएसडी व गांव रतनहेड़ी के सरपंच डा. गुरमुख सिंह चाहल ने लोगों को साथ लेकर एक निजी कंपनी के मोबाइल टावर पर ताला जड़ दिया।
बाद में डा. चाहल ने कहा कि उनके लिए किसानी पहले है और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह बाद में। चाहल ने कहा कि तालाबंदी के दौरान यह ध्यान रखा गया है कि कंपनी की संपत्ति को नुकसान न पहुंचे। इस घटनाक्रम ने पंजाब में कांग्रेस नेतृत्व पर बड़ा सवाल उठा दिया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह की बात को अनसुना करने से पंजाब कांग्रेस की किसान आंदाेलन को लेकर उठाए जा रहे सवाल भी उसे परेशान कर सकते हैं।
टावर को ताला लगाकर डा. चाहल ने कहा पहले किसानी, कैप्टन अमरिंदर सिंह बाद में
उधर, संगरूर के कस्बा मूनक के तीन गांवों सलेमगढ़, मनियाना और डड्डियां में किसान नेताओं भोला सिंह, राजू सिंह और लखविंदर सिंह की अगुवाई में मोबाइल टावरों के बिजली सप्लाई काट दी गई। गिद्दड़बाहा के गांव दौला में भी भाकियू (मानसा) के नेता गुरसेवक ¨सह की अगुवाई में किसानों ने मोबाइल टावर को बंद करवाया दिया। इसके बाद क्षेत्र के लोगों की परेशानी बढ़ गई। बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई प्रभावित हुई।
कांग्रेस नेताओं और सरपंचों को समझाएंगे: कोटली
खन्ना के विधायक गुरकीरत सिंह कोटली ने कहा कि वह मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से की बात से सहमत हैं। अगर फिर भी मोबाइल टावरों को बंद किया जा रहा है तो वह कांग्रेस नेताओं और सरपंचों को समझाएंगे। इससे आम लोगों का भी नुकसान होता है।
धर्मसोत बोले, शांति से प्रदर्शन करें किसान
फतेहगढ़ साहिब। शनिवार को शहीदी जोड़ मेल के दौरान यहां माथा टेकने पहुंचे कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत ने किसानों से शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि मोबाइल टावरों के बिजली कनेक्शन न काटे जाएं। इससे आम लोगों को ही परेशानी हो रही है।