कमिश्नर ने कसी बिल्डिंग ब्रांच पर नकेल, अवैध इमारतों का होगा सर्वे
बिल्डिंग ब्रांच की कारगुजारी पर पहले ही सवाल खड़े हो रहे हैं।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : बिल्डिंग ब्रांच की कारगुजारी पर पहले ही सवाल खड़े हो रहे हैं। सीएलयू तय करने के लिए बनाई गई कमेटी बिल्डिंग इंस्पेक्टर से लेकर पूर्व कमिश्नर पर तक सवाल खड़े कर चुकी है। नए नगर निगम कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल ने आते ही बिल्डिंग ब्रांच के अफसरों व कर्मचारियों पर नकेल कसनी शुरू कर दी।
कमिश्नर ने ब्रांच के अफसरों को सख्त हिदायतें देते हुए अवैध निर्माणों पर सख्ती दिखाने के आदेश दे दिए। यही नहीं कमिश्नर ने अफसरों को शहर में चल रहे अवैध निर्माणों का सर्वे करने के आदेश भी दे दिए। सर्वे से अफसरों व फील्ड कर्मचारियों की कारगुजारी की पोल भी खुल जाएगी। इसके अलावा रिकवरी को लेकर भी कमिश्नर ने कर्मचारियों से लेकर अफसरों तक के डेली टारगेट फिक्स कर दिए और उन्हें साफ कह दिया कि रिकवरी की रोजाना रिपोर्ट उन्हें भी देनी होगी।
कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल ने वीरवार को बिल्डिंग ब्रांच, प्रॉपर्टी टैक्स, ओएंडएम ब्रांच व अन्य ब्रांचों के साथ बैठक की। बैठक में कमिश्नर ने बिल्डिंग ब्रांच को दो टूक कह दिया कि अवैध निर्माण पर किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि नियमों के आधार पर जो कार्रवाई की जानी चाहिए वह करें ताकि निगम को रेवेन्यू मिल सके। उन्होंने ब्लॉक वाइज अवैध निर्माणों का सर्वे करने को भी कहा। इसके अलावा प्रॉपर्टी टैक्स व ओएंडएम सेल को भी रिकवरी में तेजी लाने के निर्देश दिए। कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल ने बताया कि शहर में अवैध निर्माण होने से नगर निगम को आर्थिक नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि शहर में हो रहे अवैध निर्माणों की पहचान की जाएगी और उसके बाद उन पर एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि शहर में अवैध निर्माण होता है तो इसके लिए सीधे तौर पर इंस्पेक्टर से लेकर एमटीपी तक की जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने बताया कि रिकवरी के लिए लिए भी रोज के टारगेट तय किए गए हैं और रोजना ब्रांचों से जोन वाइज रिपोर्ट तलब की है।