प्रौद्योगिकी में नवाचार को बढ़ावा दे रहा है कॉलेज : प्रिंसिपल सहजपाल
गुरु नानक देव इंजीनियरिग कॉलेज (जीएनडीईसी) में इंजीनियरिग नवाचार के माध्यम से सतत विकास विषय पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ शुक्रवार से हुआ।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : गुरु नानक देव इंजीनियरिग कॉलेज (जीएनडीईसी) में इंजीनियरिग नवाचार के माध्यम से सतत विकास विषय पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ शुक्रवार से हुआ। उद्घाटन डॉ. एसके दास, निदेशक आइआइटी रोपड़ ने किया। इसका उद्देश्य नवाचार के माध्यम से विभिन्न इंजीनियरिग समस्याओं को हल करना है। प्रिसिपल डॉ. सहजपाल सिंह ने स्थायी समाज के निर्माण के लिए नई तकनीक की आवश्यकता पर जोर देते कहा कि उद्योग के साथ मिलकर प्रौद्योगिकी में नवाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। सम्मेलन के सह अध्यक्ष डॉ. एचएस राय ने विकास के साथ-साथ प्रकृति पर ध्यान देने का संदेश दिया। कार्यक्रम में दुनियाभर के शोधकर्ताओं द्वारा 250 से अधिक शोधपत्र प्रस्तुत किए जिसमें से 115 पत्रों को प्रकाशन के लिए स्वीकार किया।
कनाडा के कैलगरी की माउंट रॉयल यूनिवर्सिटी के प्रो. आरएस भट्टी ने कहा कि दुनिया की जलवायु नाटकीय रूप से बदल रही है और व्यापार करने के नए तरीके अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने पानी के पाइप में सेंसर का उपयोग करके स्कॉटलैंड की दो बिलियन गैलन पानी बचाने वाली उदाहरण दी। एनआइटी जालंधर और प्रख्यात उद्योगपति, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष एससी रल्हन ने उद्योग के लिए नवाचार के बिना रहना मुश्किल बताया। ब्रिटेन के वारविक विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर, डाटा वैज्ञानिक डॉ. सरबजोत सिंह आनंद ने ऊर्जा क्षेत्र को अधिक टिकाऊ बनाने में डेटा खनन के योगदान की बात कही। उद्योगपति मुखिदर सिंह ने कहा कि नवाचार एक हथियार है जो प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हर लड़ाई जीत सकता है। प्रबंध सचिव डॉ. अरविद ढींगरा ने सभी शोधकर्ताओं, समीक्षकों, विशेषज्ञ वक्ताओं व प्रतिनिधियों का धन्यवाद किया।