जगराओं के नशा छुड़ाओ केंद्र में डॉक्टर तो हैं, लेकिन नहीं मिली दवा Ludhiana News
जगराओं के सिविल अस्पताल में लोगों को सुविधाएं देने के दावे किए जाते हैं लेकिन होता कुछ नहीं। अस्पताल के नशा छुड़ाओ केंद्र में डॉक्टर तो हैं लेकिन दवाएं नहीं।
जेएनएन, जगराओं। सिविल अस्पताल में एसएमओ डॉ सुखजीवन कक्कड़ की अगुवाई में 26 जून को अंतरराष्ट्रीय नशा विरोधी दिवस पर नशा छुड़ाओ केंद्र में मनाया जाएगा। इसके लिए एसएमओ ने नशे से पीड़ित व्यक्तियों और उनके परिजनों को अपील की है कि वह इस दिन नशा छुड़ाओ केंद्र में पहुंच कर हमेशा के लिए नशे से छुटकारा पाने का आगाज कर सफल जीवन व्यतीत करें।
जगराओं के सिविल अस्पताल में लोगों को सुविधाएं देने के दावे किए जाते हैं, लेकिन होता कुछ नहीं। अस्पताल के नशा छुड़ाओ केंद्र में डॉक्टर तो हैं, लेकिन दवाएं नहीं। इस केंद्र में उपचार के लिए या तो नशे से पीड़ित मरीज या मानिसक रोगी दवा लेने पहुंचते हैं। दोनों को ही नारकोटिक्स के अधीन आने वाली दवाएं दी जाती हैं और ये दवाएं देनी भी महीनों तक रोज पड़ती हैं। नारकोटिक्स के दायरे में आने वाली सभी दवाएं सिर्फ माहिर डॉक्टरों या सरकारी अस्पतालों के नशा छुड़ाओ केंद्रों में ही मिलती हैं।
जगराओं के नशा छुड़ाओ केंद्र का हाल यह है कि यहां से अगर एक बार मरीज को दवाई दे दी जाती है तो उसके बाद उसे सिर्फ पर्ची लिखी हुई ही थमा दी जाती है और कहा जाता है कि अस्पताल में यह दवा नहीं है, आप बाहर से ले लें। अब अस्पताल से दवा मिलनी नहीं, बाहर किसी मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध नहीं होती तो मरीज कहां जाएं। एसएमओ डॉ सुखजीवन कक्कड़ का कहना है कि अभी दवाएं आ नहीं रही हैं। इस संबंध में सरकार को लिखकर भेजा गया है।
सरकार दवाएं भेजे: कंवलजीत
इंकलाबी केंद्र पंजाब के सचिव कंवलजीत खन्ना ने कहा कि दिवस मनाकर लाखों रुपये बेकार खर्च करने की बजाय सरकार असलीयत को समझे और मरीजों के उपचार के लिए समय-समय पर दवाएं अस्पतालों को भेजे ताकि मरीजों का सही उपचार हो सके।
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