बैंक डिफाल्टरों पर CBI का शिकंजा, शहर के चार और घराने रडार पर Ludhiana News
शहर में कई ऐसे उद्यमी हैं जिन्होंने बैंकों से लोन लेकर फंड को इधर-उधर शिफ्ट किया है। एक औद्योगिक घराने ने तो अपना सारा बिजनेस ही स्विटजरलैंड में शिफ्ट कर दिया।
लुधियाना, जेएनएन। सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआइ) की टीम द्वारा बैंकों का लोन लेकर वापस नहीं करने वाले कुछ औद्योगिक घरानों पर दो दिन पहले की गई रेड से कारोबारियों में अफरातफरी का आलम है। जांच के दौरान सीबीआइ की टीम ने औद्योगिक घरानों से लेन-देन करने वाले कारोबारियों की भी जानकारी हासिल की है। इसे लेकर उद्योग जगत में चिंता है। साथ ही शहर के कुछ ऐसे घराने हैं, जिन्होंने बैंक से लोन लेकर उस फंड का दुरुपयोग कर विदेशों में ट्रांसफर कर दिया या इधर-उधर कर दिया। साथ ही वे खुद भी विदेशों में ही जाकर बस गए। यहीं नहीं, एसईएल पर हुई एफआइआर में अज्ञात सरकारी कर्मचारी नामजद होने से कई बैंकों के सीनियर अधिकारी भी डरे हुए हैं और ऐसे घरानों को शेल्टर देने की बजाए खुद शिकायत करने की तैयारी कर रहे हैं। साफ है कि आने वाले दिनों में जांच एजेंसियों के पास अन्य बैंक डिफाल्टरों की भी शिकायत पहुंच जाएगी, उसके बाद ऐसे डिफाल्टरों पर शिकंजा कसना तय है। माना यह भी जा रहा है कि शहर के चार अन्य घरानों पर भी जांच एजेंसियां कार्रवाई कर सकती हैं।
काबिलेजिक्र है कि बैंक डिफाल्टरों के खिलाफ सरकार ने भी सख्त रुख अख्तियार कर रखा है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने 113.55 करोड़ रुपये के डिफाल्ट पर एसईएल ग्रुप के खिलाफ सीबीआइ में मामला दर्ज कराया। नतीजतन सीबीआइ ने ग्रुप की कंपनियों के तमाम रिकार्ड खंगाल डाले और हर पहलू पर बारीकी से जांच की। बताया जा रहा है कि सीबीआइ ने कार्रवाई के दौरान कई तरह की कारोबारी हेरफेर संबंधी जानकारियां जमा की हैं। उन पर मंथन किया जा रहा है। उधर जानकार बताते हैं कि शहर में कई ऐसे उद्यमी हैं, जिन्होंने बैंकों से लोन लेकर फंड को इधर-उधर शिफ्ट किया है। एक औद्योगिक घराने ने तो अपना सारा बिजनेस ही स्विटजरलैंड में शिफ्ट कर दिया। कुछ वक्त पहले उक्त घराने में बच्चे की शादी भी स्विटजरलैंड में हुई थी और मेहमानों को एयरपोर्ट से विवाह स्थल तक ले जाने के लिए बकायदा हेलीकॉप्टर्स का उपयोग किया गया। इस शादी की चर्चा काफी देर तक होती रही। इसके अलावा भी अन्य घराने बैंकों के लोन के साथ इसी तरह का लग्जरी जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
जानबूझ कर बैंक लोन डिफाल्ट करने वालों पर हो सख्त कार्रवाई
पंजाब बैंक इंप्लाइज फेडरेशन के डिप्टी जनरल सेक्रेटरी नरेश गौड़ का तर्क है कि देश में दस लाख करोड़ से अधिक बैंकों का पैसा कर्ज लेने के बाद जानबूझ कर उद्यमियों ने वापस नहीं किया। फेडरेशन के अलावा तमाम बैंक मुलाजिम संगठनों ने सरकार एवं आरबीआइ को बार-बार कहा है कि जानबूझ कर बैंक का डिफाल्ट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए जाएं। यह आम जनता का पैसा है और उनसे वसूल कर आम जनता को ही दिया जाए। गौड़ का दावा है कि देश में करीब दस लाख करोड़ रुपया बैंकों का जानबूझ कर उद्यमियों ने डिफाल्ट किया है। साथ ही डिफाल्टरों के चुनाव लडऩे पर भी रोक लगाई जाए। गौड़ बोले कि सीबीआइ की कार्रवाई के बाद अब अन्य बैंक भी आगे आकर अपने डिफाल्टरों के खिलाफ शिकायत करेंगे, ताकि उनसे करोड़ों की वसूली की जा सके।
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