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एफआइआर में ट्रक का नंबर गलत दर्ज करने पर सेवामुक्त पुलिस इंस्पेक्टर नामजद

धीक जिला व सेशन जज लुधियाना अमरिदरपाल सिंह की अदालत के आदेश पर माछीवाड़ा पुलिस द्वारा सेवामुक्त सब-इंस्पेक्टर जसविन्दर सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 May 2022 10:36 PM (IST)Updated: Sat, 21 May 2022 10:36 PM (IST)
एफआइआर में ट्रक का नंबर गलत दर्ज करने पर सेवामुक्त पुलिस इंस्पेक्टर नामजद
एफआइआर में ट्रक का नंबर गलत दर्ज करने पर सेवामुक्त पुलिस इंस्पेक्टर नामजद

संसू, श्री माछीवाड़ा साहिब : वधीक जिला व सेशन जज लुधियाना अमरिदरपाल सिंह की अदालत के आदेश पर माछीवाड़ा पुलिस द्वारा सेवामुक्त सब-इंस्पेक्टर जसविन्दर सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। जानकारी के अनुसार 25-5-2015 को माछीवाड़ा पुलिस थाना मेंतैनात थाना मुखी सब-इंस्पेक्टर जसविदर सिंह द्वारा एक मुखबिर की सूचना के आधार पर ट्रक में भुक्की चोरपोस्त लेकर आ रहे छिन्दरपाल सिंह निवासी भौरला बेट, गुरनाम सिंह निवासी कच्चा माछीवाड़ा और दीपा सिंह निवासी जातीवाल खिलाफ मामला दर्ज किया था। जिनके पास से 51 किलो 500 ग्राम भुक्की बरामद हुई थी। जिस ट्रक में वह भुक्की ले कर आ रहे थे पुलिस की तरफ से उसका एफआइआर में नंबर पीबी 23 एफ 6141 दर्ज किया गया था।

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उस समय पुलिस की तरफ से माननीय अदालत में कथित अरोपितों के रिमांड के लिए दिए आवेदनपत्र और प्रतिदिन कार्यवाही रिपोर्ट (जिमनियां) में भी ट्रक नंबर पीबी 23 ऐफ 6141 लिखा जाता रहा। जांच के दौरान 3-6-2015 को सब इस्पेक्टर जसविदर सिंह ने कथित अरोपितों से बरामद ट्रक को भी सबंधित ट्रांसपोर्ट अथारिटी से प्रूफ करवाने के लिए दरखास्त लिखी जिसमें ट्रक नंबर पीबी 23 एफ 6142 लिखा था जोकि कथित अरोपित छिदरपाल सिंह के नाम पर होना पाया गया। पुलिस की तरफ से जो अदालत में पेश करने के लिए चालान तैयार किया गया उसमें फिर ट्रक नंबर पीबी 23 एफ 6141 लिख दिया गया। जब यह चालान उप जिला अटार्नी के पास पहुंचा तो वहां पता लगा कि जो ट्रक नंबर पीबी 23 एफ 6141 लिखा हुआ था वह वास्तव में पीबी 23 एफ 6142 है जिस पर उसे टैपरिग करके ठीक कर दिया। उस समय तैनात सब-इंस्पेक्टर जसविदर सिंह का फर्ज बनता था कि एफआइआर और चालान में ट्रक नंबर की दरुसती पुलिस के सीनियर अधिकारी व माननीय अदालत की प्रवानगी के बाद करता। सब-इंस्पेक्टर जसविदर सिंह को अपनी इस गलती का खुमियाजा भुगतना पड़ा जिस पर माननीय अदालत की तरफ से जारी आदेशों के अंतर्गत उस खिलाफ मामला दर्ज कर दिया गया है परंतु अभी इस सम्बन्धित कोई गिरफ्तारी नहीं हुई।


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