पुलिसकर्मी ने केस में फंसाने की धमकी देकर केमिस्ट से ऐंठे छह लाख, गिरफ्तार Ludhiana News
पीडि़त की शिकायत की जांच के बाद थाना सराभा नगर पुलिस ने सीआइए मुलाजिम को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि उसका एक साथी फरार है।
लुधियाना, जेएनएन। पुलिस डिपार्टमेंट की विंग क्राइम इनवेस्टीगेशन एजेंसी (सीआइए) के मुलाजिम ने दवा विक्रेता को पर्चा दर्ज करने की धमकी देकर उससे छह लाख रुपये ऐंठ लिए और अब उससे और पैसे की मांग कर रहा था। पीड़ित की शिकायत की जांच के बाद थाना सराभा नगर पुलिस ने सीआइए मुलाजिम को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि उसका एक साथी फरार है। उससे उसी सीआइए ऑफिस में पूछताछ हो रही है, जहां वह तैनात था।
राजगुरु नगर के स्वर्ण सिंह ने बताया कि उनकी बीआरएस नगर के जे ब्लॉक में दवाइयों की दुकान है। उन्हें पांच माह पहले फोन आया था कि उनकी दुकान से दवा लेकर गए एक व्यक्ति ने खुदकुशी कर ली है। उसकी मौत के लिए जिम्मेदार होने पर उसके खिलाफ 306 आइपीसी के तहत आपराधिक मामला दर्ज होगा। वह पुलिस मुलाजिम है, अगर वह उन्हें पैसे दे देगा तो वह सेटिंग करवाकर उसे मामले दर्ज करने से बचा सकता है। उसने डर कर उन्हें दो बार तीन-तीन लाख रुपये दिए थे।
इसके कुछ ही समय बाद उसे दोबारा फोन आया और कहा गया कि पुलिस ने दवा की दुकान पर नशीली दवाइयां बेचने वाले लोगों की लिस्ट बनाई है, उसमें तुम्हारा भी नाम है। पुलिस ने सभी को 24 घंटे में गिरफ्तार करना है, अगर वह उन्हें चार लाख रुपये और दे देगा तो बचा लेंगे। जब उसने बात नहीं सुनी तो वह बार-बार फोन करने लगा, जिससे परेशान होकर उसने इसकी शिकायत पुलिस को कर दी, जिसके बाद पुलिस ने 384 आइपीसी के तहत मुलाजिम बलवीर सिंह और उसके साथी जगजीत ङ्क्षसह पर मामला दर्ज कर लिया। उसे पहले सीपी के समक्ष पेश किया गया था और बाद में सीआइए में पूछताछ के लिए रखा गया है। बलवीर के पैर में चोट लगने के कारण वह ड्यूटी से गैरहाजिर चल रहा था। फिलहाल उसे सस्पेंड कर दिया गया है।
कॉल डिटेल निकलवाकर पुलिस ने की जांच
शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने स्वर्ण सिंह से फोन करने वाले जगजीत सिंह और बलवीर सिंह की कॉल डिटेल निकलवाई थीं, जिससे साफ हुआ कि दोनों आरोपितों ने कई बार स्वर्ण सिंह को फोन किए थे। कॉल डिटेल के अनुसार दोनों की स्वर्ण सिंह से दर्जनों बार बात हुई। अब पुलिस दोनों आरोपितों के बीच हुई बातचीत संबंधी जांच कर रही है।
बलवीर सिंह से पूछताछ कर रहे अधिकारी
बलवीर सिंह को एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। उससे सीआइए में पूछताछ की जा रही है। उसने बताया कि वह कोई भी पैसा नहीं लिया है। उसके द्वारा बार-बार स्वर्ण सिंह के फोन पर की गई बातचीत संबंधी पूछताछ हो रही है। पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि उसके साथ कहीं कोई अन्य पुलिस कर्मचारी या अधिकारी तो नहीं मिला हुआ है।
व्यक्ति के मरने की कहानी साफ नहीं
थाना सराभा नगर प्रभारी सब इंस्पेक्टर मधु बाला ने बताया कि जिस व्यक्ति के मरने के संबंध में स्वर्ण सिंह को फोन किया जा रहा था वह भी साफ नहीं हुआ है। हम मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं। बलवीर सभी आरोपों से मना कर रहा है। जगजीत के गिरफ्तार होने पर पूरा मामला साफ हो सकेगा।
खाकी पर पहले भी लगे हैं दाग
इससे पहले भी खाकी पर दाग लगते आए हैं। अभी तक आधा दर्जन से ज्यादा पुलिस मुलाजिम नशा तस्करी और दो दर्जन के करीब ड्यूटी पर अनदेखी करने के कारण सस्पेंड किए जा चुके हैं। पुलिस कमिश्नर पिछले कुछ ही समय में 26 पुलिस मुलाजिमों को सस्पेंड कर चुके हैं। अब इस तरह से वसूली करने की बात सामने आने पर पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठने लगे हैं।
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