55 एकड़ में बनेगा फूड प्रोसेसिंग प्लांट, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने रखी आधारशिला
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने समराला के नजदीक गांव सहजो माजरा और रतीपुर की जमीन में 550 करोड़ की लागत से बनने वाले फूड प्रोसेसिंग प्लांट की आधारशिला रखी।
जेएनएन, लुधियाना/श्री माछीवाड़ा साहिब। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने वीरवार को गांव सज्जो माजरा में सीएन इफको फूड प्रोसेसिंग प्लांट का नींव पत्थर रखा। यह प्रोजेक्ट इफको और स्पेन का संयुक्त निवेश है। यह प्रोजेक्ट इस क्षेत्र के दस हजार से भी अधिक किसानों को लाभ पहुंचाने के साथ-साथ ढाई हजार युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्रदान करेगा। अत्याधुनिक फूड प्रोसेसिंग प्लांट में आरंभिक निवेश 550 करोड़ रुपये का होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रयास नौकरियों के अवसर पैदा करने के लिए औद्योगिक क्षेत्र को और विकसित करने व राज्य को वित्तीय तौर पर मजबूत करने का कदम है। इस प्लांट के चालू होने से किसानी को बड़ा आर्थिक बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि इस प्लांट में प्रोसेस करने के लिए करीब 15,000 मीट्रिक टन सब्जियां स्थानीय किसानों से ली जाएंगी। प्लांट 2020 तक उत्पादन शुरू कर देगा। इस प्रोजेक्ट के शुरू होने से भारत में स्पेन की खेती तकनीक के विकास के साथ-साथ देश के सामाजिक, आर्थिक, अनुसंधान, बीज व मशीनरी पैदावार, कोल्ड स्टोरेज और परिवहन क्षेत्र में विकास होगा। उन्होंने कहा कि राज्य में पानी की स्थिति नाजुक होती जा रही है, जिस कारण जरूरत है कि वो फसलें बीजी जाएं, जिनसे पानी का उपभोग कम हो।
प्रदेश में कई और बड़े निवेश हुए
मुख्यमंत्री ने बताया कि इनवेस्टमेंट प्रोमोशन विभाग द्वारा राज्य में फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में निवेश के लिए बड़े प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत वरुण बेवरेजिस (पैप्सीको) द्वारा 800 करोड़, वेरका द्वारा 327 करोड़, लुधियाना बेवरेजिस (कोका कोला) द्वारा 220 करोड़, फरीगेरीयो कोनेरवा अलाना द्वारा 125 करोड़, चाणक्या डेयरी द्वारा 104 करोड़, अडानी विलमर द्वारा 64 करोड़, गोदरेज टाइसन द्वारा 57 करोड़, इसकॉन बालाजी द्वारा 25 करोड़ का निवेश किया जा रहा है। आइटीसी ग्रुप ने कपूरथला में यूनिट बढ़ाने के लिए और जमीन खरीद ली है। फीड कंपनी कारगिल ने भी अपने ब¨ठडा प्लांट को और बढ़ाने के लिए प्रक्रिया आरंभ कर दी है।
संयंत्र में क्या-क्या होगा
समराला के पास गांव सज्जो माजरा में यह प्लांट 55 एकड़ भूमि पर फैला है। इसकी प्रोसेसिंग क्षमता 80 हजार मीट्रिक टन प्रति वर्ष है। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत ब्रोकली, गोभी, गाजर, मटर और मक्का के दाने प्रोसेस किए जाएंगे। आलू के फ्रेंच फ्राइज और स्नेक्स तैयार करके मार्केट में लाए जाएंगे। कच्ची सब्जियों की खरीद प्लांट के 150 किलोमीटर के दायरे के भीतर से की जाएगी, जिससे स्थानीय किसानों को सीधा लाभ मिलेगा।
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