शव तो बदलते देखे अब तो अस्थियां भी बदलने लगीं
जमालपुर स्थित श्मशानघाट में ऐसा मामला सामने आया जहां पर अस्थियां ही बदल दी गईं। इस पर वहां हंगामा हो गया।
संसू, लुधियाना : अस्पतालों में मरीजों के शव बदलने की खबरें तो आपने पढ़ी और सुनी होगी। मगर अब जमालपुर स्थित श्मशानघाट में ऐसा मामला सामने आया जहां पर अस्थियां ही बदल दी गईं। इस पर वहां हंगामा हो गया।
मुंडिया स्थित 33 फुटा रोड निवासी लखविदर सिंह की आठ सितंबर को बीमारी के बाद निधन हो गया था। परिवार ने उनका अंतिम संस्कार नौ सितंबर को किया और 10 सितंबर को अस्थियां श्मशानघाट के कमरे में छह नंबर खूंटी पर टांग दीं। इसके बाद जब मृतक लखविदर के परिवार के सदस्य रविवार को अस्थियां लेने श्मशानघाट पहुंचे तो वहां काम करने वाले सेवादार ने उन्हें अस्थियों की पोटली पकड़ाई, तो उस पर जोगिदर पाल के नाम की पर्ची लगी थी। शक होने पर उन्होंने मृतक जोगिंदर पाल के बेटे परमिदर का मोबाइल नंबर लेकर उसने बुलाया तो उसने अपने पिता जोगिदर पाल की अस्थियों की पहचान उनके नकली दांतों से की। दरअसल मृतक जोगिदर पाल तथा लखविदर की अस्थियों की पोटली को एक ही जगह छह नंबर दिया गया था। हंगामा होने के बाद पुलिस को बुलाया गया। थाना मोती नगर से प्रभारी सिमरनजीत कौर और एएसआइ राजेश कुमार ने पहुंचकर सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से जांच शुरू कर दी है। बता दें कि इससे पहले जिले के एक परिवार के सदस्य की मौत पटियाला के अस्पताल में हो गई थी। उसका वहां पर इलाज चल रहा था। मगर उसके दम तोड़ने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने शव बेटे को सौंपा। बेटे ने भी शव को सही ढंग से देखा नहीं और वह एंबुलेंस में शहर ले आया। जब सिविल अस्पताल की मोर्चरी में उसने दोबारा शव देखा तो पता चला कि वह किसी और का ही है।