मॉडल युवा संसद में सीएए व एक राष्ट्र एक चुनाव पर चर्चा
यूनिवर्सिटी इंस्टीटच्यूट ऑफ लॉ पंजाब यूनिवर्सिटी रीजनल सेंटर में दो दिवसीय मॉडल संसद का आयोजन किया गया।
जासं, लुधियाना :
यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ पंजाब यूनिवर्सिटी रीजनल सेंटर लुधियाना द्वारा शुक्रवार को दो दिवसीय मॉडल युवा संसद का आयोजन किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य विधि एवं समाजिक विषयों में रुचि रखने वाले छात्रों को राष्ट्रीय मुद्दों पर अपने विचार रखने हेतु एक मंच प्रदान करना था।
कार्यक्रम की शुरुआत सांसद रवनीत बिट्टू, पंजाब यूनिवर्सिटी रीजनल सेंटर लुधियाना के निदेशक प्रो. रवि इंद्र सिंह, कोर्डिनेटर लॉ प्रो. आरती पुरी व शिव कुमार डोगरा द्वारा दीप प्रज्वलित करके की गई। इस पश्चात प्रो. आरती पुरी द्वारा कार्यक्रम में गणमान्यों को मॉडल युवा संसद के विषयों नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 एवं एक राष्ट्र एक चुनाव के बारे में जानकारी दी गई। प्रोफेसर देवेंद्र सिंह कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर शामिल हुए एवं संस्थान द्वारा युवाओं में जोश एवं ज्ञान का संचार करने वाले ऐसे कार्यक्रम की महत्वता पर प्रकाश डाला।
पहले सत्र नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के विषय में रहा। देश के विभिन्न कोनों से आए युवा प्रतिनिधियों ने इस कानून के समाज एवं देश पर पड़ने वाले अच्छे एवं बुरे प्रभावों पर खुलकर चर्चा की। विपक्ष की तरफ से नेता विपक्ष अधीर रंजन चौधरी (मेहरबान पीयूआरसी लुधियाना) द्वारा इस कानून में केवल मुस्लिमों के पक्ष को रखा। जिसके जवाब में गृहमंत्री शाह (चिरांशु रतन) ने कहा कि इस कानून के तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान एवं बांग्लादेश के केवल 'अल्पसंख्यकों' को ही शामिल किया गया है और इन देशों में मुस्लिम अल्पसंख्यक नहीं हैं। विपक्ष द्वारा केवल इन तीन देशों को ही चुने जाने की मंशा पर भी सवाल उठाया गया। इस पर सत्ता पक्ष द्वारा जवाब दिया गया कि एक वक्त पर केवल एक ही मुद्दे का हल किया जा सकता है। सभी ने इस बात का समर्थन किया कि हर एक कानून संविधान की मूल आत्मा कहे जाने वाले समानता के अधिकार एवं धर्मनिरपेक्षता के मूल्यों पर आधारित हो। वहीं दूसरी तरफ दूसरा सत्र एक राष्ट्र एक चुनाव के विषय पर रहा। सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के बीच चुनाव सुधारों को लेकर गहन चर्चा हुई।