Move to Jagran APP

व्यापारी के बेटे से दोस्त ढाई साल तक करते रहे कुकर्म, वीडियो बनाकर किया ब्लैकमेल

शहर के सराभा नगर के एक व्यापारी के 10 वर्षीय बेटे के साथ उसके दोस्त ढाई साल से कुकर्म करते रहे।

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Oct 2018 11:18 AM (IST)Updated: Fri, 19 Oct 2018 04:56 PM (IST)
व्यापारी के बेटे से दोस्त ढाई साल तक करते रहे कुकर्म, वीडियो बनाकर किया ब्लैकमेल
व्यापारी के बेटे से दोस्त ढाई साल तक करते रहे कुकर्म, वीडियो बनाकर किया ब्लैकमेल

जासं, लुधियाना: शहर के सराभा नगर के एक व्यापारी के 10 वर्षीय बेटे के साथ उसके दोस्त ढाई साल से कुकर्म करते रहे। उन्होंने उसका वीडियो भी बनाया और उसे ब्लैकमेल करते रहे। अब जाकर व्यापारी को इस घटना के बारे में पता चला तो सराभा नगर थाने में इसकी शिकायत की गई। पुलिस मामले की गहनता से जाच में जुट गई है और बच्चे का देर रात सिविल अस्पताल से मेडिकल करवाया गया है। फिलहाल पुलिस इस मामले में कुछ भी कहने से कतरा रही है।

loksabha election banner

पुलिस को दी शिकायत में व्यापारी ने बताया कि उसके बेटे ने उन्हें बताया कि उसके दोस्त उसके साथ पिछले ढाई साल से कुकर्म करते आ रहे हैं। यही नहीं वह उसे ब्लैकमेल कर रहे थे और कई बार उससे पैसे और कुछ सोने के गहने तक ले चुके हैं। दस वर्षीय युवक को पैसे न देने की एवज में धमकाया जाता था और उससे पैसों की मांग की जाती थी। युवक भी बार-बार पैसे मांगे जाने और ब्लैकमेलिंग से तंग आ चुका था। इस मामले पर पुलिस बेहद गुप्त ढंग से कार्रवाई कर रही है। सिविल अस्पताल में देर रात पुलिस के साथ लग्जरी गाडिय़ों में आए व्यापारी ने इस संबंधी कुछ भी बताने से मना किया है। उनके साथ आया एएसआइ भी इससे पल्ला झाड़ता नजर आया। दूसरी तरफ थाना सराभा नगर प्रभारी इंस्पेक्टर ब्रिज मोहन का कहना है कि अभी इस संबंधी कुछ भी नहीं बताया जा सकता है। हम मामले की जाच कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि मामले की छानबीन की जा रही है। जल्द ही आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.