सरकार ने नहीं सुनी पुकार, अब सोसायटी खुद करवा रही सड़क तैयार Ludhiana News
मेहरबान से ख्वाजके तक करीब तीन किलोमीटर सड़क कई सालों से टूटी हुई थी। संस्था ने 10 अक्टूबर से सड़क पर मिट्टी व पत्थर बिछाना शुरू किया था।
लुधियाना [राजेश भट्ट]। मेहरबान से राहों की तरफ जाने वाली सड़क जर्जर हाल में है। इलाके के लोग कई बार गुहार लगा चुके हैं। विधायक से लेकर मुख्यमंत्री तक बार-बार सड़क निर्माण के लिए कहा लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी। आखिरकार भाई घन्हैया जी सेवा सोसायटी लंगरा वाले को सड़क निर्माण के लिए आगे आना पड़ा। संस्था ने 10 अक्टूबर से सड़क बनवाने का काम शुरू किया। सोसायटी के सदस्यों ने लोगों से चंदा एकत्रित कर सड़क पर प्रीमिक्स डालना शुरू कर दिया। इस सप्ताह में संस्था तीन किलोमीटर तक सड़क पर प्रीमिक्स डालकर तैयार कर देगी और उसके बाद करीब 20 किलोमीटर तक सड़क पर पैचवर्क किया जाएगा। संस्था ने इस मुहिम को गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित करने का फैसला किया और लोगों से अपील की है कि गुरुनानक देव जी ने संगत की सेवा का ज्ञान दिया था, इसलिए इस सड़क निर्माण के लिए अधिक से अधिक चंदा दें।
मेहरबान से ख्वाजके तक करीब तीन किलोमीटर सड़क कई सालों से टूटी हुई थी। संस्था ने 10 अक्टूबर से सड़क पर मिट्टी व पत्थर बिछाना शुरू किया था। इंजीनियरों की देखरेख में संस्था ने तीन किलोमीटर तक सड़क का बेस तैयार कर लिया है और बुधवार को प्रीमिक्स डालना शुरू कर दिया। करीब डेढ़ किलोमीटर तक संस्था प्रीमिक्स डाला है। वीरवार को दूसरी तरफ प्रीमिक्स डाला जाएगा। संस्था के सदस्यों की मानें तो एक सप्ताह के भीतर ख्वाजके तक तीन किलोमीटर रोड पर प्रीमिक्स डालकर तैयार कर लिया जाएगा। उसके बाद पैचवर्क का काम शुरू किया जाएगा।
अपने स्तर पर करवाया सर्वे, 15 लाख का बनाया एस्टीमेट
सड़क बनवाने के लिए इलाके के लोगों ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह और विधायक शरणजीत सिंह ढिल्लों को भी ज्ञापन भेजा लेकिन उन्होंने सड़क निर्माण के लिए कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। यह सड़क लुधियाना से माछीवाड़ा, राहों, नवांशहर व अन्य शहरों को जोड़ती है। इसके अलावा सड़क के आसपास तीन दर्जन से ज्यादा मोहल्ले हैं। सरकार की तरफ से दिलचस्पी न दिखाने पर सोसायटी ने सड़क निर्माण का बीड़ा उठाया। इंजीनियरों से सर्वे करवाने और उसके बाद एस्टीमेट तैयार करने पर तीन किलोमीटर तक पक्की सड़क बनाने और 20 किलोमीटर तक पैचवर्क करने के लिए करीब 15 लाख रुपये का एस्टीमेट बनाया गया।
सड़क बनाने के लिए मशीनरी व मजदूर किए हायर
सोसायटी के प्रधान मेवा सिंह ने बताया कि 20 दिन पहले काम शुरू किया था और अब काम समाप्ति की तरफ है। उन्होंने बताया कि इसके लिए संगत उनका सहयोग कर रही है। संगत के साथ सड़क निर्माण के लिए मजदूर व मशीनरी भी हायर की गई है। सड़क निर्माण में सभी मापदंडों का पालन किया जा रहा है। मिट्टी बिछाने के लिए एक रोड रोलर व एक जेसीबी मशीन भी लगाई गई थी। इसके अलावा टिप्परों से मिट्टी व पत्थर लाए जा रहे थे। अब लुक प्लांट के टिप्पर व रोलर सड़क पर प्रीमिक्स डाल रहे हैं।
संगत दे रही है चंदा
मेवा सिंह ने बताया कि एनआरआइ संगत की तरफ से काफी सहयोग मिल रहा है। इसके अलावा सड़क से निकलने वाली संगत भी लगातार अपना सहयोग दे रही है। 15 लाख रुपये का एस्टीमेट रखा गया था जिसमें से करीब 12 लाख रुपये तक खर्च हो गए हैं। सड़क पर रखे टोकरे में संगत पैसे डाल रही है। संस्था का प्रयास सराहनीय संस्था का प्रयास सराहनीय है। सरकार लोगों को मूलभूत सुविधाएं देने में पूरी तरह से नाकाम है।
सरकार की जिम्मेदारी है कि वह लोगों को सुविधाएं दे लेकिन कैप्टन सरकार हर वक्त यही बात कह रही है कि खजाना खाली है। खजाना भरने का काम भी सरकार का ही है। सरकार लोगों से टैक्स ले रही है और सुविधाएं देने के नाम पर कुछ भी नहीं किया जा रहा। सरकार पूरी तरह से फेल है।
- शरणजीत सिंह ढिल्लों, विधायक, साहनेवाल।