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जिन प्वाइंटों को पुलिस जाम से मुक्त कर रही, चालक वहीं ऑटो खड़े कर कर रहे

शहर की सड़कों पर ऑटो की तादाद बढ़कर 50 हजार से ज्यादा हो गई है। इसके साथ ही बढ़ रही है अव्यवस्था। पर ट्रैफिक पुलिस इनके सामने नतमस्तक होती नजर आ रही है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 02 Sep 2018 11:04 AM (IST)Updated: Sun, 02 Sep 2018 11:04 AM (IST)
जिन प्वाइंटों को पुलिस जाम से मुक्त कर रही, चालक वहीं ऑटो खड़े कर कर रहे
जिन प्वाइंटों को पुलिस जाम से मुक्त कर रही, चालक वहीं ऑटो खड़े कर कर रहे

गगनदीप रत्‍‌न, लुधियाना

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शहर की सड़कों पर ऑटो की तादाद बढ़कर 50 हजार से ज्यादा हो गई है। इसके साथ ही बढ़ रही है अव्यवस्था। पर ट्रैफिक पुलिस इनके सामने नतमस्तक होती नजर आ रही है। हालात ये हैं कि जहा ऑटो को खड़े होने की पाबंदी है, वहा उन्होंने स्टैंड बना रखे हैं। इसका खामियाजा सड़क हादसों के रूप में या फिर ट्रैफिक जाम की समस्या के तौर पर लोगों को भुगतना पड़ रहा है। उनकी ये हरकतें देखकर भी पुलिस अनदेखा कर रही है और इन दबंग ऑटो चालकों को शह मिल रही है नियमों को ताक पर रखने की। जाम लगने वाले प्वाइंट को बना दिया स्टैंड

लुधियाना में कई ऐसे प्वाइंट्स हैं, जहा जाम लगा रहता है। इन पर ट्रैफिक पुलिस ने काम कर इन्हें जाम मुक्त तो बनाया, पर ऑटो चालकों की दबंगई देखिए। वो रोज इन प्वाइंट्स पर खड़े होते हैं और जाम का कारण बनते हैं। इन प्वाइंट्स में भारत नगर चौक, रेखी सिनेमा चौक, बस स्टैंड पुल, आत्म पार्क चौक, गिल चौक, समराला चौक, जगराओं पुल व अन्य चौक शामिल हैं। ऐसा नहीं कि इन प्वाइंट्स पर मुलाजिम तैनात नहीं, उनकी मौजूदगी में ऑटो चालक उन्हें मुंह चिढ़ाते नजर आ रहे हैं। ऑटो के पीछे से गायब हुआ मालिक का नाम व पता

ऑटो गैंग द्वारा लोगों को शिकार बनाने के मामले बढ़ते देखकर पुलिस ने निर्देश जारी किए थे कि सभी ऑटो चालक अपने ऑटो के पीछे मालिक का नाम, पता और फोन नंबर लिखेंगे। इससे वारदात के समय ऑटो चालक की पहचान करना आसान हो जाता था। अब ऑटो चालकों ने ये करना भी बंद कर दिया। सभी ऑटो के पीछे सिवाए नंबर प्लेट के और कोई जानकारी नहीं लिखी गई है। फेल हुई रजिस्ट्रेशन स्कीम

ऑटो की कुल संख्या और किस रूट पर कितने ऑटो चलते है, इसके लिए पुलिस ने ऑटो की रजिस्ट्रेशन का काम शुरू किया था। पर वो योजना कुछ ही दिनों बाद दम तोड़ गई। नेताओं की सेटिंग से चल रहा खेल

ऑटो शहर में एकदम से नहीं बढ़े, ये सारा खेल कुछ राजनीतिक पार्टी के नेताओं की शह पर चल रहा है। जिन्हें अच्छी खासी कमाई हो रही है, क्योंकि उन्होंने इसमें अपना हिस्सा डाला हुआ है। जब कभी ऑटो चालक को नियम तोडऩे पर पुलिस रोकती है तो वो किसी न किसी नेता का नाम लेता है। नौकरी न जाने के डर की वजह से उन्हें ऑटो छोडऩा पड़ता है। पुलिस की सख्ती सिर्फ चालान तक

ट्रैफिक पुलिस द्वारा ऑटो चालकों के खिलाफ सख्ती तो की गई, लेकिन सिर्फ चालान की सख्ती। हालात ये हैं कि 2-2 महीने ऑटो चालक चालान होकर भी सवारिया ढोता नजर आ रहा है। रोजाना वो पुलिस मुलाजिमों के सामने से उन्हीं नियमों की उल्लंघना करते नजर आते हैं। ---

ऑटो चालकों के खिलाफ पुलिस सख्ती कर रही है। चालकों के चालान भी किए जा रहे है। आने वाले दिनों में और भी सख्ती की जाएगी और सड़क पर बेढंग तरीके से खड़े होने वाले ऑटो को बान्ड किया जाएगा।

सुखपाल सिंह बराड़, एडीसीपी ट्रैफिक


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