आंगनबाड़ी वर्करों के मान भत्ते में कटौती का विरोध, सरकार के खिलाफ हल्ला बोल
दाखा उपचुनाव के दौरान सरकार से खफा मुलाजिम और वर्कर रोष जता रहे हैं।
जेएनएन, मुल्लांपुर दाखा : दाखा उपचुनाव के दौरान सरकार से खफा मुलाजिम और वर्कर रोष जता रहे हैं। वीरवार को आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन पंजाब (सीटू) के बैनर तले आंगनबाड़ी वर्करों ने जबरदस्त रोष रैली कर सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की। इसमें वर्करों ने सरकार की नीतियों को लेकर जमकर भड़ास निकाली और नारेबाजी की। रैली को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ आंगनबाड़ी वर्कर एवं हेल्पर्स यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कामरेड ऊषा रानी ने कैप्टन सरकार की तरफ से 600 रुपये वर्कर, 500 रुपये मिनी वर्कर और 300 रुपये हेल्पर के मान भत्तों में से कटौती करने का विरोध किया, क्योंकि पहले ही गुजारे से बहुत कम मान भत्ता दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षो के लंबे संघर्ष के बाद केंद्र सरकार ने मान भत्तों में नामात्र इजाफा किया था। इसमें आंगनबाड़ी वर्कर को 1500 रुपये, मिनी वर्कर को 1250 रुपये और हेल्पर के मानभत्तों में 750 रुपये वृद्धि का एलान किया गया। इस में केंद्र सरकार की तरफ से अपना 60 प्रतिशत हिस्सा जारी कर दिया गया परंतु केंद्र सरकार की स्कीम के अनुसार 40 प्रतिशत हिस्सा राज्य सरकार ने देना होता है। इसके लिए हिस्सेदारी डालने से इंकार यह साबित करता है कि बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ का नारा सिर्फ नाम की ही बातें हैं। महिला सशक्तीकरण का नारा एक खोखला नारा है। यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष हरजीत कौर पंजोला ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर ¨सह ने चुनाव से पहले कॉफी विद कैप्टन प्रोग्राम में आंगनबाड़ी वर्करों को भरोसा दिया था कि उनकी समस्याओं का हल पहल के आधार पर किया जाएगा, पर सत्ता में आते ही प्री-प्राथमिक कक्षाएं प्राथमिक स्कूलों में शुरू करने की प्रक्रिया के साथ आंगनबाड़ी केंद्र खाली हो गए। रोष मार्च करते कैप्टन संधू के कार्यालय पहुंची, वहां शिक्षा मंत्री को दिया ज्ञापन रैली के उपरांत समूह वर्कर और हेल्पर रोष मार्च करती हुई उम्मीदवार कैप्टन संदीप संधू के स्थानीय चुनाव कार्यालय के समक्ष पहुंच गई। वहां शिक्षा मंत्री विजयइंद्र ¨सगला ने उनकी मांगों को सुना और मांगपत्र लेने के बाद तुरंत पांच सदस्यों की कमेटी बनाकर मुख्यमंत्री के साथ मी¨टग करवाने का भरोसा दिया। इस मौके जिला वित्त सचिव सुरजीत कौर, कार्यकारी प्रधान आशा रानी, उपप्रधान हरदेव कौर, चरनजीत कौर माछीवाड़ा, अमरजीत कौर, ¨भदर कौर गोसल, अंजू मैहता, निर्मल कौर, पर¨मदर कौर, रजनी बाला, सुनीता रानी, जस¨वदर कौर, सर्बजीत कौर सुधार, दलजीत कौर राएकोट, सुरजीत कौर, प्रकाश वर्मा और दलजीत कुमार गोरा आदि मौजूद थे।