गाड़ी न रोकने पर कांस्टेबल के पति को पीटा, महिलाओं से की बदसलूकी
मोहित ने बताया कि वो हरियाणा के रहने वाले हैं और उनकी पत्नी कविता हरियाणा पुलिस में कांस्टेबल है। मंगलवार को वे लुधियाना में पति के साथ उसकी बहन के घर आए हुए थे।
जेएनएन, लुधियाना। मंगलवार रात रात करीब साढ़े 11 बजे एसीपी नार्थ सचिन गुप्ता ने घंटाघर चौक पर एक महिला कांस्टेबल के पति को गाड़ी न रोकने पर बुरी तरह से पीट डाला। इसके बाद एसीपी तो निकल गए, लेकिन पीड़ित पक्ष ने हंगामा कर दिया और पुलिस कमिश्नर कुंवर विजय प्रताप सिंह को इसकी शिकायत कर दी। इसके बाद एडीसीपी संदीप शर्मा, एसीपी अमनदीप बराड़ और भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। लेकिन पीड़ित परिवार एसीपी पर कार्रवाई की बात पर अड़ा रहा।
जानकारी देते पीड़ित मोहित ने बताया कि वो हरियाणा के रहने वाले हैं और उनकी पत्नी कविता हरियाणा पुलिस में कांस्टेबल है। मंगलवार को वे लुधियाना में पति के साथ उसकी बहन के घर आए हुए थे। वो खाना खाने के लिए घंटा घर चौक स्थित एक ढाबे पर गए थे। रात करीब साढ़े 11 बजे जब वो खाना खाकर निकले तो आगे से पुलिस मुलाजिम ने उनको गाड़ी रोकने का इशारा किया।
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उन्होंने आरोप लगाते बताया जैसे ही उन्होंने नाके से कुछ आगे जाकर गाड़ी रोकी तो एसीपी सचिन गुप्ता आए और उसे बाहर निकल कर पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद वो अपनी गाड़ी में बैठे और निकल गए। मोहित ने आरोप लगाया कि एसीपी ने शराब पी रखी थी और महिलाओं के साथ र्दुव्यवहार किया। इसके बाद उन्होंने तुरंत पुलिस कमिश्नर कुंवर विजय प्रताप सिंह को फोन किया। जिसके बाद देखते ही देखते पुलिस के अधिकारी और फोर्स इकट्ठा होनी शुरू हो गयी।
एडीसीपी ने मांगी माफी
मौके पर पहुंचे एडीसीपी संदीप शर्मा ने दंपत्ति से माफी मांगी और कहा कि इस मामले को वो सुलझा देंगे, लेकिन पीड़ित पक्ष ने एक न सुनी और बार बार पुलिस कमिश्नर को फोन करते रहे। उधर देर रात 1 बजे तक परिवार चौक पर बैठा था और एसीपी से वहीं आकर उनसे माफी मांगने की मांग कर रहा था। पुलिस भी देर रात तक डटी रही। वहीं लोगों की भीड़ भी जमा होने लगी।
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सभी आरोप बेबुनियाद
एसीपी नार्थ डॉ. सचिन गुप्ता ने कहा कि महिला कांस्टेबल और उसके पति ने पहले महिला मुलाजिम से बदतमीजी की। मैंने उन्हें गाड़ी से उतरने को कहा तो उन्होंने कहा कि वो पुलिस मुलाजिम हैं। मैंने उनका रैंक पूछा तो उन्होंने मुझसे कहा कि पहले तू अपना रैंक बता। मैंने कुछ नहीं कहा और वहां से भेज दिया। कुछ देर बाद वो अपने साथ कुछ लोग लेकर आया और मुझे मारने की धमकी देने लगे और हाथापाई पर उतारू हो गए। मैंने ना तो शराब पी थी और न ही महिला से बदतमीजी की। उन्होंने शराब पी रखी थी।